राजस्थान के बाड़मेर में दिखी ड्रोन गतिविधि, ब्लैकआउट के बीच सायरन बजाकर लोगों को किया अलर्ट
भारत-पाक युद्ध विराम के बावजूद सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई
बाबूशाही ब्यूरो
बाड़मेर, 11 मई 2025:
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम समझौता लागू होने के बाद भी सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। रविवार रात राजस्थान के बाड़मेर जिले में संदिग्ध ड्रोन गतिविधि देखी गई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने ब्लैकआउट का पालन करने और लोगों को घरों में सुरक्षित रहने की अपील की।
ड्रोन गतिविधि के बाद प्रशासन सतर्क:
जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा,
"बाड़मेर में ड्रोन गतिविधि देखी गई। कृपया अपने घरों के अंदर रहें और ब्लैकआउट का पालन करें।"
सुरक्षा कारणों से पूरे जिले में सायरन बजाए गए ताकि लोग निर्देशों का पालन करें। एहतियातन सड़क की लाइटें बंद कर दी गईं और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकियों के ठिकानों पर भारतीय सेना का प्रहार
9 आतंकी कैंप तबाह, 100 से अधिक आतंकवादी ढेर
रविवार को भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी हमलों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि
"7 मई की सुबह सेना ने पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तानी सेना के कई शीर्ष अधिकारी भी मारे गए।"
सेना ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान सभी ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर नष्ट किया गया, जिससे पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादी गतिविधियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
कश्मीर पर मध्यस्थता के प्रस्ताव को भारत ने ठुकराया
ट्रंप ने की मध्यस्थता की पेशकश, भारत ने जताई आपत्ति
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम लागू होने के तुरंत बाद, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत करते हुए कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया।
हालांकि, भारत ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, भारत की नीति स्पष्ट है:
"कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और अब सिर्फ पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) की वापसी पर ही चर्चा हो सकती है। हमें किसी भी मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है।"
ट्रंप ने कश्मीर विवाद को "हजारों वर्षों से लंबित मुद्दा" बताया था, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी प्रकार के बाहरी हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेगा।
जैसलमेर में भी ब्लैकआउट जारी, सुरक्षा बल सतर्क
जैसलमेर में भी एहतियातन ब्लैकआउट लागू किया गया है। सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और ड्रोन गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है। वायुसेना और थलसेना को तैयार स्थिति में रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति का जवाब तत्काल दिया जा सके।
प्रशासन ने की नागरिकों से अपील:
अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
ड्रोन गतिविधि या संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
ब्लैकआउट के दौरान बिजली उपकरण और लाइटें बंद रखें।
अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी सूत्रों की जानकारी पर विश्वास करें।
स्थिति गंभीर लेकिन नियंत्रण में है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और जनता के सहयोग से किसी भी खतरे का सामना किया जाएगा।
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