सुबह नंगे पांव घास पर चलने से मिलते हैं कई गजब के फायदे, जानें कितनी देर करना चाहिए वॉक
महक अरोड़ा
10 जून 2025 : सुबह-सुबह ताज़ी हवा में टहलना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन अगर आप यह वॉक नंगे पांव हरी घास पर करें, तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में भी नंगे पांव घास पर चलना एक बेहतरीन थेरेपी मानी गई है।
क्यों फायदेमंद है नंगे पांव घास पर चलना?
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आंखों की रोशनी बढ़ती है: पैरों के तलवों पर मौजूद कुछ बिंदु आंखों से जुड़े होते हैं। जब हम घास पर नंगे पांव चलते हैं, तो इन बिंदुओं पर नैचुरल प्रेशर पड़ता है, जिससे आंखों की रोशनी बेहतर होती है।
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तनाव होता है कम: घास पर चलने से पैरों को ठंडक मिलती है और दिमाग शांत होता है। इससे स्ट्रेस लेवल घटता है और मूड बेहतर होता है।
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ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है: जब आप जमीन से सीधा संपर्क बनाते हैं, तो ब्लड फ्लो बेहतर होता है और हार्ट हेल्थ को भी फायदा मिलता है।
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विटामिन D की भरपूर डोज: सुबह की धूप में टहलने से शरीर को जरूरी विटामिन D मिलता है, जो हड्डियों और इम्यून सिस्टम के लिए बेहद जरूरी है।
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फुट एक्यूप्रेशर का असर: नंगे पांव चलने से एक्यूप्रेशर पॉइंट्स एक्टिवेट होते हैं, जिससे शरीर के कई अंगों को लाभ मिलता है।
कितनी देर करना चाहिए ये वॉक?
विशेषज्ञों के अनुसार रोज़ाना 15 से 30 मिनट तक सुबह घास पर नंगे पांव चलना शरीर और मन दोनों के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन शुरुआत में 5-10 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
इन बातों का रखें ध्यान:
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किसी साफ-सुथरी और कीटनाशक मुक्त घास पर ही चलें।
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सुबह का समय सबसे बेहतर होता है — 5:30 AM से 7:00 AM के बीच।
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अगर डायबिटीज या नर्व संबंधी कोई समस्या है, तो पहले डॉक्टर की सलाह लें।
निष्कर्ष:
हर दिन सिर्फ कुछ मिनट नंगे पांव घास पर चलने से न सिर्फ आपकी सेहत बेहतर हो सकती है, बल्कि यह आपको मानसिक सुकून भी देता है। प्राकृतिक उपचारों में रुचि रखने वालों के लिए यह एक बेहद आसान लेकिन असरदार उपाय है।
MA