मानसून से पहले सभी लघु अवधि परियोजनाएं पूर्ण करें: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सिंचाई एवं जल संसाधन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभागों के साथ की बैठक
जल निकासी पर दिया जाए विशेष ध्यान, ड्रेनों और माइनर की सफाई व गहराई की जाए सुनिश्चित: मुख्यमंत्री
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 12 मई। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्यभर में चल रही अल्पकालिक परियोजनाओं की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून से पहले सभी आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को सिंचाई एवं जल संसाधन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी तथा शहरी स्थानीय निकाय विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि राज्य में सभी ड्रेनों और माइनरों की तत्काल सफाई सुनिश्चित की जाए, ताकि बारिश के दौरान किसी भी प्रकार की जलभराव या बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न न हो।
सरस्वती, मारकंडा और टांगरी नदियों की डिसिल्टिंग पर जोर
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरस्वती नदी, मारकंडा नदी और टांगरी नदियों की डिसिल्टिंग करके उनकी गहराई सुनिश्चित की जाए और रिवर बेड को सुदृढ़ किया जाए, ताकि जलधाराओं का प्राकृतिक प्रवाह बना रहे।
उन्होंने कहा कि ड्रेनों में जलकुंभी की समस्या को भी प्राथमिकता से हल किया जाए। जलकुंभी जल प्रवाह में बाधा डालती है, जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। इसके अतिरिक्त, सभी बांधों की पूर्व जांच करवाई जाए और यदि कहीं कोई कमी या क्षति पाई जाती है, तो उसे समय रहते ठीक किया जाए।
*20 वर्ष पुराने खालों की बनेगी सूची
राज्य में खालों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेशभर में 20 वर्ष से पुराने खालों की सूची तैयार की जाए, ताकि उनकी सफाई व मरम्मत की कार्य योजना बनाई जा सके।
यमुना होगी प्रदूषण मुक्त
मुख्यमंत्री ने यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यमुना में किसी भी प्रकार का गंदा पानी न गिरे और जहां-जहां इंडस्ट्रियल वेस्ट नदी में प्रवाहित हो रहा है, वहां तुरंत सीईटीपी (कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) की स्थापना सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि सीईटीपी से निकलने वाले शुद्ध जल का उपयोग सिंचाई जैसे कार्यों में भी किया जा सके, इसके लिए एक अलग व्यवस्था बनाई जाए।
वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चरों की सफाई के निर्देश**
मुख्यमंत्री ने मानसून से पहले सभी वाटर हार्वेस्टिंग और वाटर रिचार्जिंग स्ट्रक्चरों की सफाई और सुदृढ़ीकरण के निर्देश भी दिए, ताकि वर्षा जल का अधिकतम संचयन हो सके और भूजल स्तर को बेहतर बनाया जा सके।
282 करोड़ की 209 परियोजनाओं को मिली मंजूरी**
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में 282 करोड़ रुपये की लागत से 209 अल्पावधि परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी। इनमें से 103 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है और शेष परियोजनाएं अनुमोदन के विभिन्न चरणों में हैं। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि 30 जून तक सभी ड्रेनों की सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
*उच्च स्तरीय अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद शाइन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।""
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