Himachal Breaking: छात्रवृत्ति घोटाले में CBI ने
हिमाचल, पंजाब और चंडीगढ़ में छह जगहों पर की छापेमारी
शशिभूषण पुरोहित
शिमला, 12 मई 2025 : सीबीआई की छह टीमों ने छह स्थानों पर छापेमारी की है। सीबीआई की टीमों ने हिमाचल प्रदेश में दो जगहों पर, पंजाब में तीन और चंडीगढ़ में एक जगह छापेमारी करके संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
सीबीआई ने हिमाचल प्रदेश के छात्रवृत्ति घोटाले में विस्तृत आरोपपत्र दाखिल करने के बाद अब इस मामले में छह नई एफआईआर दर्ज की हैं। सीबीआई छात्रवृति घोटाले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के विभिन्न प्रावधानों के तहत निजी व्यक्तियों और अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ छह नई एफआईआर दर्ज की हैं। ये एफआईआर शिमला में सीबीआई के क्षेत्रीय मुख्यालय में दर्ज की हैं।
गौर हो कि छात्रवृति घोटाला पहली बार 2019 में सामने आया था, जब हिमाचल प्रदेश सरकार ने सीबीआई से आरोपों की जांच करने का अनुरोध किया था कि प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थानों ने 2013 और 2017 के बीच लगभग 181 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा किया था। 20 निजी शिक्षण संस्थानों ने केंद्र और राज्य सरकारों से छात्रवृत्ति राशि प्राप्त करने के लिए एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों के फर्जी प्रवेश दिखाए थे। इस योजना का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वित भारत सरकार की पहल के तहत एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति प्रदान करना था।
28 मार्च, 2024 को सीबीआई ने 20 निजी शिक्षण संस्थानों और 105 व्यक्तियों के खिलाफ एक विशेष सीबीआई अदालत में विस्तृत आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें संस्थान के मालिक, उच्च शिक्षा निदेशालय के अधिकारी, बैंक कर्मी और अन्य निजी व्यक्ति शामिल थे।
सीबीआई की जांच में सामने आए नए सबूतों के आधार पर सीबीआई ने नई एफआईआर दर्ज की हैं। छात्रवृति घोटाले की छह नई एफआईआर शिमला में दर्ज की हैं। पिछले साल दाखिल अपनी चार्जशीट में सीबीआई ने कहा था कि जांच के दौरान 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें उच्च शिक्षा निदेशालय के कर्मचारी, शैक्षणिक संस्थानों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, निदेशक और बैंक अधिकारी शामिल हैं।(SBP)
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →