50 करोड़ रुपए के गबन मामले में फरार चल रहा क्लर्क गिरफ्तार,
मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी से हुए थे पैसे ट्रांसफर
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 13 मई: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) फरीदाबाद ने आज बड़ी सफलता हासिल करते हुए 50 करोड़ रुपये से अधिक सरकारी राशि के गबन के मामले में फरार चल रहे तेजेन्द्र कुमार, क्लर्क (कार्यालय जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, पलवल) को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी पर एसीबी ने 10,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ था।
तेजेन्द्र कुमार को 14 मई 2025 को न्यायालय, पलवल में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उसकी रिमांड के लिए अनुरोध करेगी। इस मामले में एसीबी पहले ही 8 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जो इस समय जेल में बंद हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह गबन का मामला वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 का है, जिसमें निदेशक, विकास एवं पंचायत विभाग, हरियाणा के मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगिन आईडी का उपयोग कर बिना उचित अनुमति और बिना उच्च अधिकारियों की मंजूरी के कार्यालय डी.डी.पी.ओ., पलवल को भारी मात्रा में बजट आवंटित किया गया।
इस आवंटित धनराशि में से अधिकांश राशि का बार-बार भुगतान कार्यालय बी.डी.पी.ओ., हसनपुर, जिला पलवल द्वारा एक निजी फर्म मैसर्स दीपक मेनपावर सर्विस को किया गया। ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि यह बजट फर्जी तरीके से आवंटित किया गया, क्योंकि मांग और आवंटन से संबंधित कोई भी दस्तावेज रिकॉर्ड में नहीं मिला।
मुकदमा दर्ज और धाराएँ:
इस गबन के संबंध में एसीबी फरीदाबाद ने 24 जनवरी 2025 को मुकदमा संख्या 5 दर्ज किया था। इसमें धारा 7, 13(1)(ए) सहपठित 13(2) पीसी एक्ट, 61(2), 316(2), 316(5), 318, 318(4), 336(3), 338 बीएनएस और 43 व 66-सी आईटी एक्ट के तहत मामले को संज्ञान में लिया गया।
एसीबी फरीदाबाद अब तेजेन्द्र कुमार से पूछताछ कर गबन से संबंधित अन्य तथ्यों और संभावित संलिप्त लोगों के बारे में जानकारी जुटाएगी। उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से 50 करोड़ रुपये के घोटाले की परतें खुलेंगी और अन्य दोषियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
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