सेक्टर-26 की फल मंडी में सर्फ और केमिकल से धुल रहे फल, लोगों की सेहत पर मंडराया खतरा
प्रशासन की अनदेखी से मंडी बनी विवादों का अड्डा, स्वास्थ्य विभाग बेखबर
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 19 जून:
सेक्टर-26 स्थित चंडीगढ़ की फल और सब्जी मंडी एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। पहले यहां साफ-सफाई की कमी और अतिक्रमण को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन अब एक नया और गंभीर मामला सामने आया है जो सीधे-सीधे आम लोगों की सेहत से जुड़ा है।
ताजा जानकारी के अनुसार, मंडी में बिकने वाले मौसमी फलों को कपड़े धोने वाले सर्फ और सोडा से धोकर ग्राहकों को बेचा जा रहा है। विशेषकर आड़ू (पीच) जैसे फलों को चमकाने और ताजा दिखाने के लिए दुकानदार इस तरह के हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों और सूत्रों के मुताबिक, यह गोरखधंधा लंबे समय से चल रहा है, मगर मंडी में तैनात प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी पूरी तरह आंख मूंदे बैठे हैं। मंडी के रखरखाव और निगरानी के लिए एक दर्जन से अधिक ऑफ़िसर नियुक्त हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्था राम भरोसे चल रही है।
इसके साथ ही अन्य फलों को भी कृत्रिम रूप से पकाने के लिए खतरनाक केमिकल्स और दवाइयों का प्रयोग किया जा रहा है। इससे न केवल फल अपनी प्राकृतिक गुणवत्ता खो बैठते हैं, बल्कि इनका सेवन लोगों की सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सर्फ और सोडा जैसे रसायनों से धुले फल खाने से पेट संबंधी बीमारियां, एलर्जी, और यहां तक कि लिवर व किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।
चिंता की बात यह है कि न तो मंडी अधिकारी और न ही चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर मुद्दे की तरफ कोई ध्यान दे रहा है। इससे सवाल उठता है कि प्रशासन की निगरानी में यह सब किसकी शह पर हो रहा है?
स्थानीय लोगों और उपभोक्ताओं ने मांग की है कि मंडी में रसायनों के उपयोग की तुरंत जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, प्रशासन को चाहिए कि मंडी में नियमित रूप से स्वास्थ्य निरीक्षण कराएं और इस तरह की खतरनाक गतिविधियों पर रोक लगाएं।
संपर्क किया गया स्वास्थ्य विभाग को:
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई और कहा कि मामले की जानकारी मिलते ही जांच की जाएगी।
अब देखना यह है कि चंडीगढ़ प्रशासन इस मामले में कब जागता है, या फिर मंडी में लोगों की सेहत से यूं ही खिलवाड़ होता रहेगा।
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