VB-G RAM G Bill पर Lok Sabha में हुई बहस; BJP और विपक्ष आमने-सामने, पढ़ें किसने क्या कहा
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 18 दिसंबर: लोकसभा (Lok Sabha) में बुधवार को माहौल उस वक्त पूरी तरह गर्मा गया, जब 'विकसित भारत जी राम जी' (ग्रामीण रोजगार और आजीविका मिशन) संशोधन बिल (Amendment Bill) पर सदन में बहस चली। इस चर्चा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। जहां एक तरफ विपक्ष ने बिल को जल्दबाजी में लाने का आरोप लगाते हुए इसे स्थायी समिति (Standing Committee) के पास भेजने की मांग की, वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे वर्ष 2047 तक 'विकसित भारत' के लक्ष्य की दिशा में एक निर्णायक कदम करार दिया।
विपक्ष की मांग: 'जल्दबाजी न करें सरकार'
बहस की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने सदन में तर्क दिया कि यह बिल बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण है, इसलिए इसकी गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चर्चा में 98 से अधिक सांसदों की भागीदारी यह बताने के लिए काफी है कि यह मुद्दा कितना अहम है। 'इंडिया' गठबंधन (INDIA Alliance) के नेताओं ने एक सुर में मांग की कि सरकार को जल्दबाजी करने के बजाय इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजना चाहिए।
नाम बदलने और फंडिंग पर एतराज
चर्चा के दौरान बिल के प्रावधानों और नाम बदलने को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस सांसद वामसी कृष्णा गद्दम ने योजना का नाम बदलने पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार महात्मा गांधी की पहचान मिटाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, उन्होंने वित्तीय ढांचे पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले केंद्र सरकार 100 प्रतिशत फंडिंग देती थी, जिसे अब बदलकर 40 प्रतिशत बोझ राज्यों पर डाल दिया गया है।
वहीं, सांसद प्रणिति शिंदे और गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान हटाकर केवल राजनीतिक संदेश देने के लिए इतिहास को नए सिरे से लिखने की कोशिश कर रही है।
सरकार का जवाब: '125 दिन का रोजगार मिलेगा'
विपक्ष के तमाम आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने बिल का पुरजोर बचाव किया। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि यह बिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के विजन को जमीन पर उतारने वाला है। उन्होंने सबसे अहम बदलाव की जानकारी देते हुए बताया कि नए कानून के तहत अब ग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिन की बजाय 125 दिनों का रोजगार सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे साल भर रोजगार का चक्र बना रहेगा।
तकनीक से रुकेगा भ्रष्टाचार
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए भाजपा सांसद बसवराज एस. बोम्मई ने कहा कि यह बिल विपक्ष को खुश करने के लिए नहीं, बल्कि बदलते भारत की जरूरतों के हिसाब से लाया गया है। उन्होंने तर्क दिया कि तकनीक के इस्तेमाल से फंड के दुरुपयोग पर रोक लगेगी। वहीं, निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि पुरानी योजना भ्रष्टाचार (Corruption) का केंद्र बन गई थी, जिस पर नए प्रावधानों से अंकुश लगेगा।
आज प्रदूषण पर होगी चर्चा
इस ऐतिहासिक बहस के बाद, लोकसभा में गुरुवार को वायु प्रदूषण (Air Pollution) के मुद्दे पर चर्चा होगी। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मांग पर होने वाली इस चर्चा का जवाब शाम पांच बजे पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव देंगे।
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