Himachal Floods Restoration: आपदा प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर सड़क, बिजली और जलापूर्ति बहाली का कार्य जारी: मुख्यमंत्री
कहा - सरकार संकट की इस घड़ी में जनता के साथ खड़ी है
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 03 जुलाई, 2025 :
राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से मंडी जिले के थुनाग, जंजैहली और अन्य इलाकों में भारी बारिश के कारण बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं के बाद राहत और बहाली का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मुख्य सचिव प्रतिदिन समीक्षा बैठकें कर रहे हैं ताकि विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बना रहे और ज़मीनी स्तर पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और आपदा पीड़ितों को राहत देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
राज्य और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमें थुनाग और जंजैहली जैसे सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। लोक निर्माण विभाग के अभियंता-इन-चीफ, राज्य विद्युत बोर्ड के निदेशक (ऑपरेशन्स) और जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता भी थुनाग में मौजूद रहकर बहाली कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा होमगार्ड्स, पुलिस और स्वयंसेवकों की टीमें भी राहत और पुनर्वास कार्यों में लगी हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाकर तेजी से कार्य करने और गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क, पेयजल और बिजली आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
थुनाग और जंजैहली में 246 राशन किट — जिनमें आटा, चावल, दालें, खाद्य तेल आदि शामिल हैं — हवाई मार्ग से पहुंचाई गई हैं। इनमें से थुनाग में 157 और जंजैहली में 69 किट वितरित की गईं। इसके अलावा धर्मपुर के लॉंगनी राहत शिविर में 20 किट वितरित की गईं।
राज्यभर में लगभग 392 सड़कें भूस्खलन और बाढ़ के कारण अवरुद्ध हो गई हैं। पीडब्ल्यूडी के अभियंता-इन-चीफ मौके पर मौजूद हैं और 289 जेसीबी व एक्सकेवेटर, 15 रोबोट, 16 डोजर और 111 टिपर मशीनें तैनात की गई हैं ताकि जल्द से जल्द रास्ते खोले जा सकें। इनमें से 196 सड़कें आज, 79 सड़कें 4 जुलाई तक और शेष 117 सड़कें आने वाले दिनों में खोले जाने की उम्मीद है। 20 जून से 3 जुलाई तक सड़कों को हुए नुकसान का अनुमानित मूल्य लगभग 182 करोड़ रुपये आंका गया है।
मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां 189 सड़कें बंद हुई हैं और लगभग 47 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यहां 84 जेसीबी व एक्सकेवेटर, 1 रोबोट, 3 डोजर और 36 टिपर तैनात किए गए हैं।
मंडी-गग्गल-चैलचौक-जंजैहली (एमडीआर 24), सनारली–शंकर डेरा रोड, छतरी-मगरूगल्ला-जंजैहली (एमडीआर 119) और थलौट-पंजैन-थाची-शेताध रोड प्रभावित हुआ है। (SBP)
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