भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा प्रहार: कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने गुहला के तहसीलदार मंजीत मलिक को किया सस्पेंड
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 30 जून 2025:
हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार ने एक बार फिर कड़ा रुख अपनाते हुए गुहला के तहसीलदार मंजीत मलिक को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई राज्य के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के निर्देश पर की गई है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही है, और भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विपुल गोयल ने कहा, "मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हमारी सरकार का स्पष्ट लक्ष्य भय और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देना है। जो अधिकारी जनहित के कार्यों में बाधा डालते हैं या पद का दुरुपयोग करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने कहा कि मंजीत मलिक के खिलाफ मिली अनियमितताओं की शिकायतों की जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। सस्पेंशन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय अंबाला डीसी ऑफिस रहेगा, जहां से उनकी हाजिरी और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
मंत्री ने यह भी कहा, "जो यह समझते हैं कि वे सिस्टम को चकमा देकर बच निकलेंगे, उन्हें यह घटना एक सबक के तौर पर लेनी चाहिए। हमारी सरकार में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी कानून और जनता से ऊपर नहीं है।"
? सरकार की नीति:
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस
जवाबदेह और पारदर्शी प्रशासन
आम जनता के अधिकारों की रक्षा
दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई
विपुल गोयल ने यह भी दोहराया कि राज्य सरकार ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहित करेगी और जनता को भ्रष्टाचार मुक्त सेवाएं प्रदान करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यह कार्रवाई राज्य सरकार द्वारा ईमानदार और उत्तरदायी प्रशासन के संकल्प को और अधिक मजबूती देती है और यह संदेश देती है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार के लिए अब कोई जगह नहीं।
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