तकनीकी दक्षता का परिचय: छह माह में पंचकूला पुलिस ने बरामद किए 78 मोबाइल फोन, डीसीपी ने लौटाए गुम हुए मोबाइल
रमेश गोयत
पंचकूला, 2 जुलाई 2025: पंचकूला पुलिस की साइबर सेल टीम ने तकनीकी सूझबूझ और मेहनत के दम पर वर्ष 2025 की पहली छमाही में कुल 78 गुमशुदा मोबाइल फोन को ट्रैक कर उनके असली मालिकों को लौटाकर एक मिसाल पेश की है। पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान ने जनता में पुलिस के प्रति विश्वास और मजबूत किया है।
आज आयोजित कार्यक्रम में डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने स्वयं मोबाइल धारकों को उनके गुम हुए मोबाइल लौटाए और उनकी खुशी में शामिल हुईं। उन्होंने कहा, “नागरिकों की खोई हुई चीजें लौटाना सिर्फ हमारी ड्यूटी नहीं, बल्कि एक मानवीय जिम्मेदारी है।” इस अवसर पर उन्होंने साइबर सेल के इंचार्ज एसआई रामू स्वामी और उनकी टीम की तकनीकी दक्षता की सराहना की।
बरामद किए गए मोबाइल फोन की कीमत ₹16,000 से ₹48,000 के बीच है। मोबाइल वापस पाने वाले नागरिकों – चंद्र प्रकाश, मुन्ना सिंह, बिंध्या प्रसाद, सूरज प्रताप, प्रवीन, मुकेश और अजय ठाकुर – ने पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में इतनी ईमानदारी और तत्परता देखने को कम ही मिलती है।
गुम या चोरी हुए मोबाइल को ट्रैक व ब्लॉक कैसे करें? आसान भाषा में समझिए CEIR पोर्टल का प्रोसेस
पंचकूला पुलिस ने नागरिकों को जागरूक करते हुए बताया कि अगर आपका मोबाइल फोन गुम या चोरी हो गया है, तो भारत सरकार के CEIR पोर्टल (https://www.ceir.gov.in) की मदद से आप इसे ट्रैक और ब्लॉक कर सकते हैं।
प्रक्रिया:
1. सबसे पहले FIR दर्ज कराएं:
अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर मोबाइल गुम या चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाएं।
FIR की कॉपी अपने पास रखें।
2. CEIR पोर्टल पर जाएं:
वेबसाइट: https://www.ceir.gov.in
3. “Block your lost/stolen mobile” विकल्प चुनें।
4. फॉर्म भरें:
मोबाइल नंबर
IMEI नंबर
मोबाइल का ब्रांड व मॉडल
खोने की तारीख और स्थान
FIR नंबर और पहचान पत्र
मोबाइल की खरीद की रसीद और FIR कॉपी अपलोड करें।
5. फॉर्म सबमिट करें।
सबमिशन के बाद आपको एक Request ID मिलेगी, जिससे आप अपने आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
इस सिस्टम की मदद से आपका मोबाइल ब्लॉक हो जाएगा, जिससे वह किसी और के द्वारा उपयोग नहीं किया जा सकेगा। यदि मोबाइल बरामद हो जाता है, तो उसी पोर्टल पर जाकर “Unblock” का विकल्प चुनकर प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
पंचकूला पुलिस की यह पहल न केवल तकनीकी प्रगति को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि ईमानदारी, तत्परता और जनसेवा आज भी पुलिस व्यवस्था की प्राथमिकता है।
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