सीईटी की फर्जी वेबसाइट से छात्रों के साथ ठगी, सरकार मूकदर्शक बनी बैठी: अभय सिंह चौटाला
इनेलो नेता ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग, कहा – करोड़ों रुपये की हो सकती है साइबर लूट
बाबू शाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 5 जून:। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा सरकार और हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) पर सीईटी (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) आवेदन से जुड़े एक बड़े साइबर फ्रॉड को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लाखों बेरोजगार युवाओं को फर्जी वेबसाइट लिंक के माध्यम से ठगा गया है, जबकि सरकार और आयोग हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
चौटाला ने दावा किया कि सीईटी पोर्टल के नाम से एक फर्जी लिंक वायरल हुआ, जिसे लाखों छात्रों ने असली समझकर विजिट किया और अपने व्यक्तिगत व बैंकिंग डिटेल्स साझा कर दी। उन्होंने कहा कि "अगर यह सही है कि 14 लाख लोग उस लिंक को विजिट कर चुके हैं, तो यह करोड़ों रुपये की साइबर लूट का मामला हो सकता है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि HPSC को तब तक इसकी जानकारी नहीं थी, जब तक छात्रों ने इसकी शिकायतें दर्ज नहीं कराईं। "साइबर ठगों की सक्रियता किसी से छिपी नहीं है, और इसके बावजूद आयोग और सरकार ने सुरक्षा के कोई पूर्व उपाय नहीं किए। यह लापरवाही नहीं बल्कि सीधे तौर पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है।"
अभय चौटाला ने कहा कि जिस सीईटी परीक्षा का युवा तीन वर्षों से इंतजार कर रहे थे, वह नौकरी दिलाए या न दिलाए, मगर एक और धोखा जरूर दे गई। उन्होंने यह भी बताया कि "सरल पोर्टल की धीमी रफ्तार से आवेदकों को घंटों लाइन में लगना पड़ा, जबकि वह काम कुछ ही मिनटों में हो सकता था।"
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों व साइबर ठगों को कठोर सजा दिलवाई जाए। "यह केवल तकनीकी लापरवाही नहीं, बल्कि हरियाणा के युवाओं के साथ विश्वासघात है," उन्होंने कहा।
अभय सिंह चौटाला ने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों से भी एकजुटता की अपील की ताकि युवाओं के अधिकारों की रक्षा की जा सके और ऐसी घटनाएं भविष्य में न दोहराई जाएं।
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