इनेलो ने पंजाब-हरियाणा जल विवाद को लेकर प्रदेशभर में किया जोरदार विरोध प्रदर्शन, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सौंपे ज्ञापन
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 05 मई। भाखड़ा डैम के पानी के बंटवारे को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे विवाद ने एक बार फिर राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इसी मुद्दे को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने सोमवार को पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए और राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि हरियाणा को उसका वैध हक मिलना चाहिए और तत्काल प्रभाव से पानी की आपूर्ति बहाल की जाए। इनेलो ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार द्वारा पानी रोके जाने से हरियाणा के किसानों को भारी नुकसान हो रहा है और फसलें सूखने की कगार पर पहुंच चुकी हैं।
इनेलो के वरिष्ठ नेता अलग-अलग जिलों में जुटे
प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा, विधायक आदित्य चौटाला, महिला विंग की प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला और प्रधान महासचिव प्रकाश भारती सहित इनेलो के कई वरिष्ठ नेता विभिन्न जिलों में मौजूद रहे और स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपे। इन नेताओं ने हरियाणा सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह इस गंभीर मुद्दे पर चुप बैठी है और किसानों के हितों की रक्षा करने में विफल रही है।
इनेलो का आरोप: पानी नहीं, तो फसल नहीं
रामपाल माजरा ने कहा, "हरियाणा के किसान पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं, जबकि उनका हिस्सा उन्हें नहीं मिल रहा। ये केवल जल संकट नहीं, बल्कि किसान के जीवन-मरण का प्रश्न है।"
इनेलो नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई नहीं की, तो पार्टी बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ेगी। उन्होंने कहा कि भाखड़ा डैम का पानी दोनों राज्यों के बीच समझौते के अनुसार बंटना चाहिए और केंद्र को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
महिला विंग की भागीदारी भी रही अहम
महिला विंग की प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा कि जल संकट केवल पुरुष किसानों का नहीं, बल्कि हर घर का संकट है। महिलाओं को भी खेतों और परिवार के लिए पानी की कमी का दंश झेलना पड़ रहा है। उन्होंने चेताया कि महिलाएं भी इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लेंगी।
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