चंडीगढ़ साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन वाहन धोखाधड़ी में तीन आरोपियों को मुंबई से किया गिरफ्तार
14 लाख की ठगी, व्हाट्सएप ग्रुप के ज़रिये की गई थी फर्जी बैंक नीलामी वाहन बिक्री की साजिश
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 16 जून 2025
चंडीगढ़ पुलिस के साइबर क्राइम थाना ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन वाहन धोखाधड़ी मामले में मुंबई से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एसपी/साइबर क्राइम गीतांजलि खंडेलवाल (आईपीएस) के निर्देशन, डीएसपी ए. वेंकटेश के मार्गदर्शन और एसएचओ इंस्पेक्टर एरम रिज़वी के नेतृत्व में की गई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कुरनाल उर्फ कुणाल संजय भाई तलसानिया, उम्र 23 वर्ष, निवासी मुंबई, अजय मनुबाही झामुरिया, उम्र 19 वर्ष, निवासी मुंबई व रोनित कमलेश जाधव, उम्र 21 वर्ष, निवासी मुंबई के रूप में हुई।
शिकायतकर्ता गुरदयाल सिंह ने बताया कि उन्होंने 23 नवंबर 2024 को एक अज्ञात लिंक पर क्लिक कर “बैंक नीलामी वाहन समूह” नामक व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन किया। वहां दो वाहनों (हरिद्वार) और (जम्मू) – की बिक्री की पेशकश की गई थी। सत्यापन के बाद उन्होंने इन वाहनों की खरीद के लिए ₹14,13,890 विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन पैसे भेजने के बाद व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन ने कॉल उठाना बंद कर दिया और फोन बंद कर लिया।
जांच और गिरफ्तारी:
जांच के दौरान पुलिस टीम ने अगरीपाड़ा, सत्रास्ता (मुंबई) में छापेमारी कर आरोपी कुणाल तलसानिया को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने 5% कमीशन पर फर्जी बैंक खाता खोला और केवाईसी किट अजय नामक व्यक्ति को सौंप दी।
इसके बाद अजय झामुरिया को सत्रास्ता चौक से पकड़ा गया। उसने स्वीकार किया कि उसने वह किट सलमान नामक एक व्यक्ति को 7% कमीशन पर दी थी।
तीसरे आरोपी, रोनित जाधव, को जैकब सर्कल के पास से गिरफ्तार किया गया। उसने बताया कि उसने एक अन्य व्यक्ति तुषार के कहने पर खाता खोला और 5% कमीशन पर उसे सौंपा। आरोपियों के कब्जे से 2 मोबाइल फोन (एक्टिव सिम कार्ड सहित) व कई फर्जी बैंक खातों की जानकारी मिली।
साइबर ठगी का तरीका:
आरोपी फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उनमें बैंक नीलामी में मिले सेकंड हैंड वाहनों की जानकारी पोस्ट करते थे। असली कंपनी यार्ड्स की फोटो और विवरण देकर लोगों को विश्वास में लेते थे और बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे। तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे अन्य आरोपियों की जानकारी, नेटवर्क की गहराई और अन्य मामलों में संलिप्तता की जांच जारी है।
जनता के लिए चेतावनी:
एसएचओ इंस्पेक्टर एरम रिज़वी चंडीगढ़ पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे साइबर अपराधों के प्रति सजग रहें और किसी भी संदिग्ध लेन-देन की तुरंत रिपोर्ट करें।व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर मिलने वाले ऑनलाइन वाहन बिक्री, नौकरी, लोन या निवेश संबंधी ऑफर पर तुरंत भरोसा न करें। बैंक खातों, लिंक और मोबाइल नंबरों की पूरी तरह से जांच-पड़ताल करें। अनजान लोगों के कहने पर अपना सिम कार्ड या बैंक खाता इस्तेमाल न करने दें – यह कानूनी अपराध है। खुद ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क करें।
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