चंडीगढ़ में जेल से छूटते ही युवक ने निकाली हुड़दंग की रैली, पिस्टल वाले गाने पर झूमे साथी — सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 16 जून: चंडीगढ़ की सड़कों पर रविवार देर शाम एक सनसनीखेज दृश्य देखने को मिला जब बुड़ैल जेल से रिहा हुआ एक युवक अपने दर्जनों साथियों के साथ बाइक रैली निकालते हुए शहर में हुड़दंग मचाता नजर आया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें न सिर्फ ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं, बल्कि खुलेआम गुंडागर्दी का प्रदर्शन भी किया गया।
वीडियो में युवक हरियाणवी गाने "रोमांटिक सा मिलया मैनू यार, बंदूक टांगे डांट में" की धुन पर झूमते दिखाई दे रहे हैं। रैली के दौरान बाइक पर दो से तीन युवक सवार थे, जिनमें से किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना हुआ था। कई युवक गाड़ियों की खिड़कियों से बाहर झूलते और नाचते नजर आए। इस पूरी रैली के दौरान कोई पुलिसकर्मी कहीं नजर नहीं आया, जो कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
परमात्मा उर्फ 'बतिष्टा' बना हुड़दंग का नायक
वीडियो में जिस युवक को इस हुड़दंग की अगुवाई करते हुए देखा गया है, उसकी पहचान परमात्मा उर्फ 'बतिष्टा' के रूप में हुई है, जो चंडीगढ़ के रामदरबार इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वह हाल ही में बुड़ैल जेल से रिहा हुआ है। जेल से निकलते ही उसने अपने साथियों को बुलाया और बाइक काफिला लेकर सेक्टर 45, 46, 47 होते हुए शहर के कई इलाकों में रैली निकाली।
वीडियो वायरल, कानून व्यवस्था पर सवाल
वीडियो में कई युवक चलते वाहन से आधे शरीर को बाहर निकालकर नाचते नजर आ रहे हैं, जिससे न सिर्फ खुद की जान खतरे में डाल रहे हैं, बल्कि राहगीरों के लिए भी खतरा बन रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होते ही लोगों ने पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
पुलिस पर उठे सवाल
अब तक इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की है। सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में बिना हेलमेट के युवक बाइक रैली निकालते रहे और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी?
क्या कहता है कानून?
बिना हेलमेट के वाहन चलाना कानून का उल्लंघन है। बाइक पर दो से अधिक सवारी खतरनाक और दंडनीय अपराध है। चलती गाड़ी से बाहर झूलना यातायात नियमों के विरुद्ध है। जेल से छूटने के बाद ऐसे प्रदर्शन करना सार्वजनिक शांति भंग करने की श्रेणी में आता है।
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