प्रदेश भर में हुई बरसात ने भाजपा सरकार के तमाम दावों की खोली पोल: कुमारी सैलजा
समय पर नालों की सफाई न होने से प्रदेश भर में जलभराव से लोग हुए परेशान
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 26 जून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि मानसून ने झमाझम वर्षा के साथ हरियाणा में प्रवेश कर लिया है। बुधवार को 11 जिलों में खासकर यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल और करनाल में झमाझम वर्षा हुई। शिवालिक की पहाडियों में मूसलधार वर्षा से सोमनदी, सरस्वती, मारकंडा, पथराला नदी समेत कई बरसाती नदियां उफान पर हैं। ग्रामीणों ने पलायन शुरू कर दिया है। प्रदेश के अधिकतर शहरों में हुए जलभराव से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसके साथ ही भाजपा की ‘स्मार्ट सिटी योजना’ सिर्फ दिखावा साबित हुई, मानसून की पहली बारिश ने सरकार के दावों की पोल खोलकर रख दी है। समय पर नालों की सफाई और जलनिकासी का प्रबंध न होने से ही जलभराव हुआ है। सिरसा में वीरवार को हुई बारिश से हुए जलभराव के कारण आमजन और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा के अनेक नगरों में मानसून की पहली बारिश के बाद उत्पन्न जलभराव की स्थिति को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के नाम पर जनता को केवल भ्रमित किया गया, जबकि धरातल पर कोई ठोस काम नहीं हुआ। नतीजतन, हरियाणा के अनेक शहरों की हालत बदतर हो गई है। ये सरकार विकास के नाम पर केवल घोषणाएं और दिखावे की राजनीति करती है। जिस अमृत योजना का प्रचार-प्रसार बड़े स्तर पर किया गया, वह योजना भी पूरी नहीं हो सकी। जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। सीवर और नालों की सफाई मानसून से पूर्व नहीं करवाई गई, जिससे पहली ही बरसात में हालात बेकाबू हो गए। शहरों को स्मार्ट बनाने की बात करने वाले भाजपा नेताओं ने नगरों की सूरत ही बिगाड़ दी है। सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार की लापरवाही, उदासीनता और भ्रष्टाचार के कारण आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गली-मोहल्लों से लेकर मुख्य बाज़ार तक पानी में डूबे नजर आए। दुकानों में गंदा पानी घुस गया, लोगों के घरों का सामान खराब हो गया और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
कुमारी सैलजा ने आगे कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपये की राशि खर्च की गई, लेकिन इसका कोई ठोस परिणाम जमीन पर नहीं दिखता। यह धन कहां गया, इसकी जांच होनी चाहिए। यह स्थिति बताती है कि भाजपा सरकार ने केवल कागजी योजनाएं बनाई और अधिकारियों के साथ मिलकर जमकर भ्रष्टाचार किया। जनता को सुविधाएं देने के बजाय उन्हें समस्याओं के दलदल में धकेल दिया गया। सांसद ने सरकार से यह भी सवाल किया कि यदि अमृत योजना और स्मार्ट सिटी के नाम पर वाकई में ईमानदारी से काम हुआ होता, तो हर बार की तरह इस बार भी शहर जलमग्न क्यों हुए? नालों की सफाई और जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था क्यों नहीं की गई? सरकार जलभराव की समस्या से निपटने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाए और नगर निकायों की कार्यप्रणाली की पारदर्शी जांच कराए। साथ ही जो अधिकारी और नेता इन योजनाओं के भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
पिछले दो दिनों से कई जिलों में हुई तेज बारिश से जलभराव हुआ। सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि पिछले दिनों हिसार में बारिश से सड़के डूब गई। 10 मिनट की बारिश में सड़के पानी से लबालब भर गई और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भिवानी में भी तेज़ बारिश के बाद सड़को, मकानों और दुकानों में लबालब पानी भर गया। इसके साथ ही कुरूक्षेत्र, अंबाला, चरखी दादरी में भी बरसात से हुए जलभराव के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सांसद ने कहा कि जब मानसून दस्तक देने को तैयार होता है तब सरकार जागती है और नालों की सफाई का आदेश देती है, जब तक आदेश पर अधिकारी अमल के बारे में सोचते है तब तक बरसात अपना काम कर चुकी होती है। सरकार ने अगर पहले ही कदम उठा लिये होते तो आज जनता को जलभराव जैसी मुसिबत का सामना न करना पड़ता।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →