Afghanistan में भूकंप के झटकों से हिली धरती, जानें रिक्टर स्केल पर कितनी रही तीव्रता
Babushahi Bureau
काबुल/नई दिल्ली, 19 दिसंबर: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान (Afghanistan) में एक बार फिर कुदरत का कहर देखने को मिला है। शुक्रवार को वहां भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) द्वारा जारी बयान के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई है। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है।
कम गहराई ने बढ़ाया खतरा
चिंता की बात यह है कि भूकंप का केंद्र जमीन से महज 10 किलोमीटर नीचे था। विशेषज्ञों के अनुसार, कम गहराई वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनकी भूकंपीय तरंगों को सतह तक पहुंचने के लिए कम दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे जमीन में तेज कंपन होता है। ऐसे में आफ्टरशॉक्स यानी भूकंप के बाद के झटकों की संभावना भी बनी हुई है।
लगातार कांप रही है धरती
अफगानिस्तान में जलजले का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इससे पहले 15 दिसंबर को भी इसी क्षेत्र में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था। वहीं, 4 नवंबर को उत्तरी इलाके में आए 6.3 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 27 लोगों की जान गई थी और ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा था।
क्यों संवेदनशील है अफगानिस्तान?
संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (UNOCHA) की रिपोर्ट बताती है कि अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र एक अत्यधिक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में आता है। दशकों के संघर्ष और सीमित विकास से जूझ रहा यह देश भूकंप, भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है, जिससे यहां के लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।
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