Thailand ने Cambodia पर फिर किए हवाई हमले, रॉकेटों से भरे गोदाम को बनाया निशाना
Babushahi Bureau
बैंकॉक/नोम पेन्ह, 19 दिसंबर: थाईलैंड और कंबोडिया (Thailand and Cambodia) के बीच तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। गुरुवार को थाईलैंड की वायु सेना ने अपने पड़ोसी देश पर जोरदार हवाई हमले किए। थाईलैंड के एफ-16 लड़ाकू विमानों (F-16 Fighter Jets) ने कंबोडिया के उन गोदामों को निशाना बनाया, जहां भारी मात्रा में रॉकेट जमा किए गए थे।
थाई सेना का दावा है कि कंबोडिया इन्ही रॉकेट्स का इस्तेमाल करके पिछले एक हफ्ते से उन पर हमले कर रहा था। यह संघर्ष दोनों देशों के बीच विवादित सीमा और वहां स्थित सदियों पुराने मंदिरों के अधिकार को लेकर चल रहा है।
Poipet और Serei Saophoan बने निशाना
कंबोडियाई अधिकारियों ने बताया कि थाईलैंड के युद्धक विमानों ने उनके उत्तर-पश्चिमी शहर Poipet पर बम गिराए। यह शहर शांति के दिनों में दोनों देशों के बीच व्यापार का मुख्य केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, Poipet से करीब 46 किलोमीटर दूर Serei Saophoan में भी बमबारी की गई।
कंबोडिया का आरोप है कि एक नागरिक रिहायशी इलाके पर तीन बम गिरे, जिससे गोदाम का एक हिस्सा टूट गया और दो आम नागरिक घायल हो गए।
थाईलैंड ने क्यों किया हमला?
थाई वायु सेना के प्रवक्ता एयर मार्शल जैककृत थम्माविचाई ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ उन गोदामों को निशाना बनाया, जहां कंबोडिया ने मध्यम दूरी के 'बीएम-21 रॉकेट' (BM-21 Rockets) छिपा रखे थे। ये रॉकेट एक बार में 40 राउंड फायर कर सकते हैं और थाईलैंड के लिए बड़ा खतरा बने हुए थे।
उन्होंने सफाई दी कि नागरिकों को बचाने की पूरी कोशिश की गई थी और जिन इलाकों में हमले हुए, उन्हें लड़ाई शुरू होने के बाद से ही खाली करा लिया गया था।
प्राचीन मंदिर खतरे में, मौत का आंकड़ा बढ़ा
8 दिसंबर को शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक भारी नुकसान हुआ है। विवादित सीमा पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर (Ancient Shiva Temple) समेत कई ऐतिहासिक धरोहरों को लड़ाई की वजह से नुकसान पहुंचा है। आंकड़ों की बात करें तो थाईलैंड ने अपने 21 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है।
वहीं, कंबोडिया के आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक, अब तक उनके 18 नागरिक मारे गए हैं और 79 घायल हुए हैं। हालांकि, थाईलैंड का अनुमान है कि उनके जवाबी हमलों में कंबोडिया के 200 से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं, लेकिन कंबोडिया ने अभी तक अपने सैनिकों की मौत के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं।
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