Sheikh Hasina के विरोधी नेता Usman Hadi की मौत, Dhaka में भड़की हिंसा; प्रदर्शन शुरू
Babushahi Bureau
ढाका/सिंगापुर, 19 दिसंबर: बांग्लादेश (Bangladesh) एक बार फिर हिंसा की आग में जल उठा है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख युवा नेता उस्मान हादी (Usman Hadi) की सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। गुरुवार देर रात जैसे ही यह खबर ढाका पहुंची, वहां कोहराम मच गया।
गुस्से में आए समर्थकों ने राजधानी में जमकर उत्पात मचाया और मीडिया संस्थानों पर हमले किए। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हादी की मौत की पुष्टि करते हुए शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है।
6 दिन पहले मारी गई थी गोली
'इंकलाब मंच' (Inqilab Mancha) के प्रवक्ता और जुलाई विद्रोह के चेहरे रहे 34 वर्षीय उस्मान हादी पर 12 दिसंबर को जानलेवा हमला हुआ था। वह ढाका के बिजॉयनगर इलाके में रिक्शे पर बैठकर चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी बाइक सवार हमलावरों ने उन्हें सिर में गोली मार दी थी।
उनकी हालत बेहद गंभीर थी, जिसके चलते यूनुस सरकार ने उन्हें एयर एंबुलेंस से सिंगापुर के जनरल हॉस्पिटल भेजा था। वहां 6 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद गुरुवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
ढाका में भड़की हिंसा, मीडिया पर हमला
हादी की मौत की खबर फैलते ही ढाका के शाहबाग चौराहे पर हजारों छात्र और समर्थक जमा हो गए। भीड़ इतनी उग्र हो गई कि उन्होंने बांग्लादेश के प्रमुख अखबार 'प्रोथोम आलो' (Prothom Alo) और 'डेली स्टार' के दफ्तरों को निशाना बनाया। प्रदर्शनकारियों ने ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ की और आगजनी की।
चश्मदीदों के मुताबिक, भीड़ ने एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला और उसे आग के हवाले कर दिया, जिसकी अभी पहचान नहीं हो सकी है।
सरकार का एक्शन: 'ऑपरेशन डेविल हंट'
बिगड़ते हालात को देखते हुए मोहम्मद यूनुस ने देश को संबोधित किया और हत्यारों को जल्द पकड़ने का वादा किया। सरकार ने हादी की पत्नी और बच्चे की जिम्मेदारी लेने की बात कही है। वहीं, कानून-व्यवस्था (Law and Order) बनाए रखने के लिए सुरक्षाबलों ने 'ऑपरेशन डेविल हंट-2' (Operation Devil Hunt) शुरू कर दिया है। हादी 2026 के चुनावों में ढाका-8 सीट से निर्दलीय उम्मीदवार थे और उनकी मौत को समर्थकों ने 'लोकतंत्र पर हमला' करार दिया है।
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