न्यूज़ीलैंड ने भारत के लिए खोल दिया आसान PR का रास्ता, बदल जाएगा विदेश जाने का रास्ता
महक अरोड़ा
18 जून 2025 : न्यूज़ीलैंड में नौकरी और स्थायी निवास (PR) पाने की चाह रखने वाले भारतीयों के लिए बड़ी राहत की खबर है। न्यूज़ीलैंड सरकार ने 23 जून 2025 से भारत समेत 9 देशों की शैक्षणिक योग्यताओं को सीधे मान्यता देने का फैसला किया है। अब इन देशों के पेशेवरों को वीज़ा आवेदन के समय इंटरनेशनल क्वालिफिकेशन असेसमेंट (IQA) की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस फैसले से स्किल्ड माइग्रेंट और कुछ वर्क वीज़ा के आवेदकों को सीधा फायदा मिलेगा। न सिर्फ समय बचेगा, बल्कि आवेदन प्रक्रिया भी सरल होगी।
किन देशों को मिला फायदा?
इस नई लिस्ट में जिन 9 देशों की डिग्रियों को मान्यता दी गई है, उनमें शामिल हैं: भारत, फ्रांस, जर्मनी, इटली, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, स्वीडन और स्विट्जरलैंड। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूके, जापान, मलेशिया और दक्षिण अफ्रीका की योग्यताओं में भी हल्का बदलाव किया गया है।
किन लोगों को होगा सबसे ज़्यादा फायदा?
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इंजीनियर, आईटी प्रोफेशनल्स, तकनीकी क्षेत्रों के स्नातक
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जिनकी डिग्री किसी मान्यता प्राप्त भारतीय संस्थान से है
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स्किल्ड माइग्रेंट श्रेणी या वर्क वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले आवेदक
ग्रीन लिस्ट: PR के लिए सबसे तेज़ रास्ता
न्यूज़ीलैंड सरकार ने हाल ही में अपनी ग्रीन लिस्ट भी अपडेट की है, जिसमें उन पेशों को शामिल किया जाता है, जिनमें देश को तुरंत कुशल श्रमिकों की जरूरत है।
ग्रीन लिस्ट में दो प्रकार के वीज़ा शामिल होते हैं:
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Straight to Residence Visa:
– अगर आपकी नौकरी ग्रीन लिस्ट के Tier 1 में है, तो आपको सीधे PR के लिए आवेदन करने का मौका मिल सकता है।
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Work to Residence Visa:
– इसमें 2 साल न्यूज़ीलैंड में काम करने के बाद आप स्थायी निवास के लिए आवेदन कर सकते हैं।
2025 में जोड़े गए 10 नए तकनीकी पेशे:
(ये पेशे अगस्त 2025 से ग्रीन लिस्ट में लागू होंगे)
इमिग्रेशन एक्सपर्ट की राय
इमिग्रेशन सलाहकार सनी सिंह ने इसे विदेशों से कुशल लोगों को आकर्षित करने की दिशा में लाभकारी कदम बताया है। उनका कहना है कि इससे वीज़ा प्रक्रिया तेज़ होगी और लोगों को IQA जैसी लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा।