चंडीगढ़ नगर निगम की सख्ती: बायोमेट्रिक उपस्थिति न दर्ज कराने वालों को नहीं मिलेगा वेतन
फर्जी कर्मचारियों की पहचान और जवाबदेही तय करने की दिशा में बड़ा कदम
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 2 जुलाई 2025:
चंडीगढ़ नगर निगम प्रशासन ने कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर एक बड़ा और सख्त फैसला लिया है। निगम आयुक्त अमित कुमार (आईएएस) ने निर्देश दिए हैं कि अब सभी कर्मचारियों का वेतन केवल आधार आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के अनुसार ही जारी किया जाएगा। यह निर्णय कार्यस्थल पर अनुशासन लाने, जवाबदेही तय करने और फर्जी कर्मचारियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालने के उद्देश्य से लिया गया है।
नगर निगम ने पहले ही बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रणाली को वेतन प्रणाली से जोड़ दिया है। अब कर्मचारी की उपस्थिति सीधे उसके वेतन से जुड़ी होगी। आयुक्त ने स्पष्ट किया कि जो कर्मचारी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं करवा रहे, उन्हें वेतन जारी नहीं किया जाएगा और इस पर किसी भी स्तर पर कोई छूट नहीं दी जाएगी।
पारदर्शिता और निगरानी को मिलेगा बढ़ावा
आयुक्त ने लेखा शाखा को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक कर्मचारी की मासिक वेतन, भत्तों और अन्य भुगतानों की विस्तृत जानकारी संकलित करें और सत्यापित करें कि केवल वास्तविक, सक्रिय कर्मचारी ही पेरोल पर बने रहें। यह कदम वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता लाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
सभी विभागों को सख्त निर्देश
अमित कुमार ने दोहराया कि प्रशासन अनुशासन, पारदर्शिता और दक्षता के सिद्धांतों से किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आधार-आधारित पंजीकरण सक्रिय और चालू रहना चाहिए, क्योंकि उपस्थिति सीधे वेतन पर असर डालेगी।
निगम की प्रतिबद्धता
आयुक्त ने कहा कि नगर निगम चंडीगढ़ प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार और जनता के पैसों का जिम्मेदाराना उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस फैसले के बाद अब कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल पर नियमित और समय पर उपस्थित रहना आवश्यक होगा।
नगर निगम के इस कदम को सरकारी कामकाज में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण और आवश्यक सुधार माना जा रहा है। सभी विभागों को इस आदेश का अक्षरशः पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश जल्द ही निगम के सभी कार्यालयों और शाखाओं में प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →