देहरादून में सिविल एविएशन मिनिस्टर्स कांफ्रेंस का आयोजन
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री एवं अन्य विभागों के समक्ष हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने रखा विकसित हरियाणा का रोडमैप
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 5 जुलाई- देहरादून में आयोजित नागरिक उड्डयन मंत्री सम्मलेन में हरियाणा के नागरिक उड्डयन, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा शहरी स्थानीय निकाय मंत्र विपुल गोयल ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शिता के चलते आज राज्य का नागरिक उड्डयन विभाग नए आयाम छू रहा है। उनके स्पष्ट विज़न और मजबूत इच्छाशक्ति के कारण ही हरियाणा अब एविएशन सेक्टर में राष्ट्रीय पटल पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवा रहा है।
राष्ट्रव्यापी समन्वय की ऐतिहासिक पहल
इस दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्देश्य केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), DGCA तथा अन्य संबंधित संस्थाओं के साथ सभी राज्यों के नागरिक उड्डयन विभागों के बीच संवाद एवं समन्वय को सुदृढ़ करना था। इसमें राज्यों की ज़रूरतों और प्रस्तावों को साझा करने और नीति निर्माण को व्यवहारिक धरातल तक पहुंचाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण चर्चा हुई।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने इस अभिनव आयोजन के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राम मोहन नायडू और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "उड़ान योजना और अन्य पहलों के तहत देश में जितने नए एयरपोर्ट्स बने हैं, वह ऐतिहासिक और अद्भुत हैं। यह भारत की बदलती उड़ान का प्रतीक है । यह एक ऐसा परिवर्तन जो अब धरातल पर दिख रहा है।”
कार्यक्रम की मेजबानी के लिए उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार व्यक्त किया
हिसार एयरपोर्ट: उत्तर भारत के एविएशन हब की ओर एक कदम
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि अप्रैल महीने में हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ और वहां से नियमित उड़ानों की शुरुआत हो चुकी है, जो राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति ने इस अवसर को और गरिमा दी। केंद्रीय मंत्री श्री राम मोहन नायडू से मेरा निवेदन है कि वे शीघ्र ही हिसार का दौरा करें और एयरपोर्ट विस्तार योजनाओं में राज्य को सहयोग दें।”
उन्होंने यह भी बताया कि हिसार देश का तीसरा ऐसा एयरपोर्ट है जहाँ विस्तार की अपार संभावनाएं हैं। 7200 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट में 4000 मीटर लंबा रनवे, बेहतरीन सड़क और रेल कनेक्टिविटी, तथा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर है जो इसे उत्तर भारत के प्रमुख एविएशन केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
MRO, हेलीपैड और एयर एंबुलेंस पर विशेष ज़ोर
विपुल गोयल ने कहा कि हिसार में MRO (Maintenance, Repair & Overhaul) सुविधा का कार्य प्रगति पर है, जिसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा जताई। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि "देश में जहां भी एक्सप्रेसवे और हाईवे बन रहे हैं, वहां सड़क के साथ-साथ एयर एंबुलेंस सेवाओं के लिए स्ट्रिप्स विकसित करना अनिवार्य किया जाना चाहिए। इससे आपातकालीन सेवाओं को नई गति मिलेगी।"
हरियाणा सरकार द्वारा गुरुग्राम और फरीदाबाद में हेलीपोर्ट को विकसित करने का कार्य शुरू किया गया है। साथ ही, विपुल गोयल ने चंडीगढ़ प्रशासन से अनुरोध किया कि अगर राज्य को भूमि उपलब्ध करवाई जाती है तो चंडीगढ़ के साथ मिलकर हरियाणा हवाई कनेक्टिविटी की दिशा में सकारात्मक पहल कर सकता है।
एविएशन के साथ खेल और प्रशिक्षण का भी समन्वय
उन्होंने यह भी बताया कि नागरिक उड्डयन विभाग केवल यात्रियों की उड़ान तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य में रिक्रिएशनल एविएशन और खेल गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। “भिवानी और महेन्द्रगढ़ में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल परिसर बनाए जा रहे हैं। साथ ही, हम फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित कर रहे हैं ताकि देश के लिए पायलट्स तैयार किए जा सकें और हरियाणा इसमें अग्रणी भूमिका निभा सके।
हरियाणा की उड़ान, विकसित भारत की दिशा में
कार्यक्रम के समापन पर विपुल गोयल ने दोहराया कि हरियाणा सरकार और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में राज्य का नागरिक उड्डयन विभाग ‘विकसित भारत’ की कल्पना को साकार करने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि “हमें केंद्र सरकार का निरंतर सहयोग चाहिए और हम राज्य की ओर से अपना पूरा योगदान देने के लिए तैयार हैं।”
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