चंडीगढ़ में ड्रग माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई: नशे की कमाई से बनाई गई करोड़ों की प्रॉपर्टी को फ्रीज करने की तैयारी, दूसरी लिस्ट भी तैयार
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 5 जुलाई:
चंडीगढ़ पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशा तस्करों के खिलाफ शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है। नशे के कारोबार से अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को अटैच कर जब्त करने की कार्रवाई तेज कर दी गई है। हाल ही में ANTF ने तीन कुख्यात ड्रग तस्करों की लगभग 3.69 करोड़ रुपये की संपत्ति को फ्रीज करवाया था। अब इसके बाद एक नई लिस्ट तैयार की जा रही है, जिसमें शहर के अलावा पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के ड्रग तस्करों के नाम भी शामिल हैं।
नशे से बनाई संपत्ति की होगी पहचान और जब्ती
सूत्रों के अनुसार, ड्रग तस्करों ने नशे के अवैध धंधे से अर्जित पैसों को प्रॉपर्टी में निवेश कर रखा है। इन संपत्तियों को चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला समेत अन्य राज्यों में खरीदा गया है। अब पुलिस ने इन संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। हर एक प्रॉपर्टी पर जाकर यह जानकारी जुटाई जा रही है कि:
- वर्तमान में उस संपत्ति पर कौन रह रहा है?
- क्या वह संपत्ति आरोपियों की है या बेच दी गई है?
- संपत्ति से संबंधित दस्तावेज किसके नाम पर हैं?
जांच में ED और NCB का सहयोग भी
इस अभियान में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से भी सहयोग लिया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जो संपत्तियां नशे के धंधे से खरीदी गई हैं, उन्हें जल्द से जल्द अटैच कर लिया जाए। पुलिस के पास दर्जनों ऐसे ड्रग तस्करों की जानकारी है, जिनकी आय के स्रोत स्पष्ट नहीं हैं लेकिन उन्होंने महंगी कोठियां, फ्लैट और प्लॉट्स खरीदे हैं।
कानूनी प्रक्रिया के तहत होगी कार्रवाई
प्रॉपर्टी जब्ती की यह कार्रवाई NDPS एक्ट की धारा 68-E और 68-F के तहत की जा रही है। इस प्रक्रिया के तहत पहले पुलिस तस्कर की संपत्ति की जानकारी जुटाती है, फिर आय का स्रोत जांचा जाता है। अगर कोई वैध आय का प्रमाण नहीं देता तो उसे नशे की कमाई मानते हुए संपत्ति को फ्रीज किया जाता है।
तीन बड़े तस्करों पर पहले ही गिरी थी गाज
ANTF की पहली कार्रवाई में चंडीगढ़ के तीन ड्रग तस्करों की कुल 3.69 करोड़ की संपत्ति फ्रीज की गई थी। इनमें लग्जरी फ्लैट, कीमती गाड़ियां, और म्यूचुअल फंड निवेश शामिल थे। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि इन तस्करों ने संपत्ति अपने रिश्तेदारों या फर्जी नामों पर खरीदी थी।
पुलिस की सख्ती से माफियाओं में हड़कंप
पुलिस के इस कदम से ड्रग माफियाओं में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक नशे के धंधे से मिलने वाले पैसों पर चोट नहीं की जाएगी, तब तक इस चेन को तोड़ना मुश्किल होगा। इसलिए अब 'फाइनेंशियल टारगेटिंग' पर फोकस किया जा रहा है।
? क्या बोले अधिकारी?
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
"अब केवल गिरफ्तारी से बात नहीं बनेगी। हमें उनकी आर्थिक कमर तोड़नी होगी। आने वाले दिनों में और संपत्तियां जब्त होंगी। हमने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है।"
निष्कर्ष:
चंडीगढ़ पुलिस ने नशे के खिलाफ अब सिर्फ मादक पदार्थों की बरामदगी तक खुद को सीमित नहीं रखा है, बल्कि अब ड्रग माफियाओं की अवैध कमाई पर भी जोरदार प्रहार शुरू कर दिया है। आने वाले समय में और भी कई प्रभावशाली ड्रग कारोबारियों की संपत्तियां फ्रीज हो सकती हैं।
यह कार्रवाई चंडीगढ़ को ड्रग-फ्री बनाने की दिशा में एक अहम और निर्णायक कदम माना जा रहा है।
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