CGC लांडरां के 19वें कॉन्वोकेशन समारोह में गवर्नर ने डिग्रियाँ प्रदान की
चंडीगढ़ 20 दिसंबर, 2025- पंजाब के माननीय गवर्नर श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज़ (सीजीसी) लांडरां के 19वें वार्षिक कॉन्वोकेशन समारोह में चीफ गेस्ट के रूप में उपस्थित हुए। इस खास अवसर पर उनके साथ विशिष्ट अतिथियों में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में श्री वियोम जैन, एमडी एवं ग्लोबल बिज़नेस हेड, एंटरप्राइज़ प्रोडक्ट्स बीयू, नागारो, श्री सतनाम सिंह संधू, चेयरमैन, सीजीसी लांडरां, श्री रशपाल सिंह धालीवाल, प्रेसिडेंट, सीजीसी लांडरां, परमपाल सिंह ढिल्लों, वाइस चेयरमैन, सीजीसी लांडरां , डॉ. राजदीप सिंह, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां, तथा संस्थान के डायरेक्टर्स एवं डीन उपस्थित थे।
पंजाब के माननीय गवर्नर श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने कॉन्वोकेशन समारोह के दौरान सीजीसी के कुल 79 विशिष्ट मेधावी विद्यार्थियों में से 49 गोल्ड मेडल विजेताओं को सम्मानित किया। सीजीसी के 19वें कॉन्वोकेशन समारोह में विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों के छात्रों को 1,305 डिग्रियाँ प्रदान की गई, साथ ही मैनेजमेंट, बायोटेक्नोलॉजी, फार्मेसी एवं होटल मैनेजमेंट जैसे नॉन-इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स के ग्रेजुएट्स को 1,420 डिग्रियाँ प्रदान की गयी।
अपने कॉन्वोकेशन संबोधन में माननीय गवर्नर ने ग्रेजुएट हो रहे विद्यार्थियों को बधाई दी और सीजीसी लांडरां के 19वें वार्षिक कॉन्वोकेशन समारोह में डिग्रियाँ प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने इस अवसर को विद्यार्थियों की दृढ़ता और उपलब्धियों का उत्सव बताया तथा इसे ग्रेजुएट्स, पेरेंट्स और शिक्षकों के लिए समान रूप से गर्व और हर्ष का महत्वपूर्ण पड़ाव बताया।
सीजीसी की 25 वर्षों की उपलब्धि की शुभकामनाएं देते हुए माननीय गवर्नर ने छात्रों को जिम्मेदार नागरिक और भविष्य के सफल कर्ता-धर्ता बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका और उनके निस्वार्थ योगदान की सराहना की, जो अपने संस्थान, परिवार और देश का नाम रोशन करते हैं।
उन्होंने रिसर्च, इनोवेशन, ऑन्ट्रप्रेनेउरशिप को बढ़ावा देने तथा राज्य के स्टार्टअप इकोसिस्टम को सुदृढ़ करने की दिशा में सीजीसी लांडरां के प्रतिबद्ध प्रयासों के साथ-साथ, गोद लिए गए 15 गांवों के आसपास के समुदायों के उत्थान में उसके योगदान की भी सराहना की। साथ ही, उन्होंने करैक्टर बिल्डिंग तथा समाज और राष्ट्र की निस्वार्थ सेवा में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
नई शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) और उसके कौशल विकास पर केंद्रित दृष्टिकोण पर बात करते हुए उन्होंने जोर दिया कि जब इसे करैक्टर बिल्डिंग के साथ जोड़ा जाता है, तो यह राष्ट्र की प्रगति और 2047 तक विकसित भारत बनने की यात्रा में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है। राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका को दोहराते हुए माननीय गवर्नर ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसी महान विभूतियों का उल्लेख किया, जिन्हें न केवल प्रतिष्ठित नेताओं के रूप में, बल्कि उत्कृष्ट और निस्वार्थ शिक्षकों के रूप में भी स्मरण किया जाता है, जिनकी विरासत आज भी पूरे भारत में शिक्षकों को प्रेरित करती है। उन्होंने छोटे साहिबज़ादों—साहिबज़ादा जोरावर सिंह जी और साहिबज़ादा फतेह सिंह जी—के साहसिक बलिदानों को नमन करते हुए उनके दृढ़ संकल्प, वीरता और अटूट आस्था को स्मरण किया तथा माता गुजरी जी और गुरु साहिब जी द्वारा उनमें रोपे गए मूल्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार शिक्षक और शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थियों में शिक्षा, एथिक्स और वैल्यूज़ का पोषण करता है।
छात्रों को स्वयं पर विश्वास रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि उनमें से प्रत्येक में वह सब कुछ हासिल करने की क्षमता है, जिसे पाने का वे संकल्प करें। उन्होंने विद्यार्थियों से स्किल्ड प्रोफेशनल, क्रिएटिव इनोवेटर और जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित होने का आह्वान किया तथा उन्हें आत्मविश्वास, अनुशासन और विनम्रता को मार्गदर्शक मूल्यों के रूप में अपनाकर उपलब्धियों की सर्वोच्च ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रेरित किया।
उन्हें भविष्य के आर्किटेक्ट बताते हुए उन्होंने ग्रेजुएट्स को विकसित भारत 2047 के निर्माणकर्ता के रूप में अपनी जिम्मेदारी का स्मरण कराया। राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय रक्षा में महिलाओं की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कॉन्वोकेशन समारोह में बड़ी संख्या में महिला मेरोटोरियस विजेताओं की उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
माननीय गवर्नर ने सीजीसी लांडरां से यह भी कहा कि वह सीमित संसाधनों वाले सरकारी स्कूलों के ब्रिलियंट और टैलेंटेड स्टूडेंट्स को सहयोग प्रदान करे, ताकि वे सीजीसी लांडरां जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपना उज्ज्वल भविष्य बना सकें।
अपने समापन संबोधन में उन्होंने एक बार फिर ग्रेजुएट्स को बधाई दी और उनसे अवसरों को अपनाने, चुनौतियों का दृढ़ संकल्प के साथ सामना करने तथा मानवीय दृष्टिकोण और मूल्यों के साथ एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में देश की प्रगति में सार्थक योगदान देने का आह्वान किया, जिससे ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना और अधिक सुदृढ़ हो सके।
सीजीसी लांडरां के चेयरमैन श्री सतनाम सिंह संधू एवं सीजीसी लांडरां के प्रेसिडेंट श्री रशपाल सिंह धालीवाल ने सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं तथा अपने पेरेंट्स और संस्थान का नाम रोशन करने के लिए उनकी सराहना की। डॉ. राजदीप सिंह, कैंपस डायरेक्टर ने पंजाब के माननीय गवर्नर श्री गुलाब चंद कटारिया जी का स्वागत करने का गहरा सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने संस्थान की प्रगति पर एक विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए उसकी व्यापक उपलब्धियों और पहलों की दृष्टि को उजागर किया।
प्रोग्राम में सम्मानित किए गए गोल्ड मैडल विजेताओं में निम्नलिखित छात्र-छात्राएँ शामिल थी,
बी.टेक-सीएसई से सिल्की बेदी, कशिश एवं साकिब खान, बी.टेक-आईटी से धीरज कुमार, बी.टेक-एमई से अनुराग गिलहोत्रा, बी.टेक-ईसीई से स्वाति भारद्वाज, बी.टेक एआई/डीएस से अनमोल कुमार, एम.टेक-सीएसई से साक्षी, एम.टेक-ईसीई से जसप्रीत कौर, एमबीए से इशिका, बीबीए से नेहा ठाकुर, बीबीए (एसआईएम) से याशिका मैनी, बी.कॉम (ऑनर्स) से मनवीर कौर, एम.कॉम से निकिता एवं विवेक, एमसीए से निधि, बी.एससी. एआई/एमएल से अंशिका शर्मा, बी.एससी, सीएस से यशना चुघ, बी.एससी. डीए से हरलीन कौर वज़ीर, बी.फार्मेसी से मनविंदर सिंह, एम.फार्मेसी (सीयूटिक्स) से अपर्णा गुप्ता, एम.फार्मेसीकोलॉजी से डिंपल, एम.फार्मेसी पीपी से क्यूटी भट्ट एवं के.एम. अंकिता, एम.फार्मेसी आरए से प्राची शर्मा, फार्मा डी से आशु सिंह, फार्मा डी (पीबी) से दीक्षा शर्मा, बी.एससी - बायोटेक्नोलॉजी से राशि मेहरा, बी.एससी.ल (ऑनर्स) माइक्रोबायोलॉजी से हिमानी शर्मा, एम.एससी. बायोटेक्नोलॉजी से खुशबू, बीसीए से रिया, बी.एससी. जी एंड डब्ल्यूडी से कृति लोहानी, बी.एससी. एमएम से निताशा कौर, बीएचएमसीटी-यूजीसी से तुषार रावत, बीएचएमसीटी-एआईसीटीई से सैम्युल, बीटीटीएम से श्वेता रानी, बी.एससी. एन एंड डी से अभिषेक पंडिता, एमएचएमसीटी से हिमांशु ठाकुर, फूड प्रोडक्शन में डिप्लोमा से भास्कर नगरकोटी, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी में डिप्लोमा से धवनीत कौर तथा एफ एंड बी सर्विस में डिप्लोमा से सौरव।
कॉन्वोकेशन समारोह का समापन भारतीय राष्ट्रीय गान की गूंजती हुई मधुर ध्वनियों के साथ हुआ, जिसने छात्रों, उनके पेरेंट्स और सीजीसी लांडरां के फैकल्टी मेंबर्स के लिए अत्यंत गर्व और गौरव के क्षण में से था।
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