सिख समुदाय को एक और झटका! शादियों के लिए गुरुद्वारे को नहीं मिली मंजूरी, काउंसिल ने अर्जी की खारिज
महक अरोड़ा
20 जून 2025 : ब्रिटेन के टैलफोर्ड शहर में सिख समुदाय को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब वहां के एक गुरुद्वारे को विवाह जैसे बड़े धार्मिक समारोह करवाने की अनुमति देने से स्थानीय प्रशासन ने इनकार कर दिया। प्रशासन का कहना है कि गुरुद्वारे में 800 से ज्यादा मेहमानों की पार्किंग और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, इसलिए यह आयोजन सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के लिहाज से संभव नहीं।
अब हमें दूसरे शहरों में शादी करनी पड़ेगी' – सिख समुदाय में मायूसी
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस फैसले के बाद टैलफोर्ड के सिख परिवारों में निराशा है। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि यह निर्णय धार्मिक स्वतंत्रता और सामुदायिक भावनाओं पर सीधा आघात है। गुरुद्वारे के प्रबंधन ने भी साफ किया है कि यह फैसला सिख परंपराओं के पालन में रुकावट डाल रहा है, क्योंकि अब उन्हें वैवाहिक रस्मों के लिए शहर से बाहर जाना पड़ेगा।
धार्मिक नेता बोले – नियमों में लचीलापन होना चाहिए
धार्मिक संगठनों और समुदाय के कुछ नेताओं का मानना है कि काउंसिल को धर्मस्थलों की भावना और जरूरत को समझते हुए थोड़ी नरमी बरतनी चाहिए थी। उनका कहना है कि “एक तरफ धार्मिक आज़ादी की बात होती है और दूसरी ओर इस तरह के आयोजन रोक दिए जाते हैं। ये विरोधाभासी है।”
काउंसिल ने दिए सुरक्षा कारणों के तर्क
वहीं दूसरी तरफ, काउंसिल का कहना है कि समारोह में संभावित भीड़ और वाहनों की संख्या को देखते हुए ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ सकती थी। “हम धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन लोगों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था भी उतनी ही ज़रूरी है,” काउंसिल की ओर से जारी बयान में कहा गया।
भारत में नियम, यूके में ढांचा बना वजह
गौरतलब है कि भारत में भी गुरुद्वारों में विवाह को लेकर कई सख्त नियम हैं — जैसे दुल्हन के कपड़ों के नियम, संगीत की पाबंदी और सिख रीति-रिवाजों की सख्ती से पालना। लेकिन यूके में यह विवाद धार्मिक नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे की कमी को लेकर है।
गुरुद्वारा प्रबंधन बोले – बातचीत का रास्ता खुला है
गुरुद्वारे के प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि वह काउंसिल से बातचीत जारी रखेंगे और भविष्य में इस तरह के आयोजनों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय की परंपराओं और भावनाओं का सम्मान हर हाल में होना चाहिए।
MA