Dengue Cases Punjab : सावधान - मानसून आया, मच्छर साथ लाया, पंजाब के इस ज़िले में डेंगू ने फिर दी दस्तक
बारिशों के साथ हर साल मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी दस्तक देता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। फरीदकोट जिले में इस साल जनवरी से अब तक 22 डेंगू पीड़ित मरीज सामने आ चुके हैं, जिनका इलाज कर उन्हें ठीक कर दिया गया है।
इलाज घर पर भी मुमकिन, अस्पताल से मिली दवाइयां
चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. परमजीत बराड़ के अनुसार, ज़िले में डेंगू के कुल 22 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से ज्यादातर मरीजों को गंभीर लक्षण नहीं थे, इसलिए उन्हें दवाएं देकर घर में ही आराम करने की सलाह दी गई थी। सभी मरीज ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं।
एक संदिग्ध मौत, जांच रिपोर्ट का इंतजार
जून महीने में एक मरीज की डेंगू से मौत की सूचना मिली, लेकिन वह मरीज फरीदकोट के किसी अस्पताल में भर्ती नहीं था। उसने लुधियाना के DMC अस्पताल में इलाज करवाया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसकी मौत डेंगू से हुई या किसी अन्य बीमारी से – अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
जून से सितंबर तक सबसे ज्यादा खतरा
CMO डॉ. बराड़ ने बताया कि जून से सितंबर तक डेंगू फैलने का सबसे संवेदनशील समय होता है। उन्होंने कहा कि डेंगू मच्छर दिन में काटता है, इसलिए लोगों को चाहिए कि वे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
'फ्राइडे इज ड्राई डे' मुहिम शुरू
डॉ. बराड़ ने बताया कि डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है। इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने “फ्राइडे इज़ ड्राई डे” अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत हर शुक्रवार को लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने घर, कूलर, फ्रिज ट्रे, पुराने बर्तन, टायर या किसी भी ऐसे बर्तन में जमा पानी को खाली करें ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।
लोगों को किया जा रहा जागरूक
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि लोग समय रहते सतर्क हो सकें और डेंगू जैसे खतरे से खुद को और अपने परिवार को बचा सकें।
डेंगू से बचने के लिए ये सावधानियां जरूरी:
1. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
2. घर के आसपास पानी जमा न होने दें
3. हर हफ्ते कूलर, फ्रिज ट्रे और गमलों का पानी बदलें
4. बुखार, सिरदर्द या कमजोरी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
MA
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