सीट नंबर 11A - मौत को मात देने वाली जगह? 27 साल में दो बार चमत्कार!
महक अरोड़ा
14 जून 2025 : एयर इंडिया AI171 विमान हादसे के बाद पूरी दुनिया की नजरें उस एक नाम पर टिक गई हैं — विश्वास कुमार रमेश। हादसे में जहां 241 लोग अपनी जान गंवा बैठे, वहीं सिर्फ रमेश ही ऐसे थे जो मौत को चकमा देकर ज़िंदा बच निकले।
लेकिन इस पूरी घटना में एक हैरान कर देने वाली बात और सामने आई है — रमेश की सीट थी 11A। और ठीक यही सीट 27 साल पहले थाईलैंड में हुए एक विमान हादसे में भी किसी की ज़िंदगी बचा चुकी है।
थाई गायक जेम्स रुआंगसाक भी बचे थे 11A पर बैठकर
दिसंबर 1998, थाई एयरवेज की फ्लाइट TG 261, जब दक्षिणी थाईलैंड में लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गई थी। उस विमान में 101 यात्री थे — लेकिन उनमें से एकमात्र जीवित व्यक्ति थे थाई गायक और अभिनेता जेम्स रुआंगसाक, और उनकी सीट भी 11A थी।
जेम्स ने सोशल मीडिया पर लिखा “भारत में जो कुछ हुआ, उसे जानकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए। मैं भी 27 साल पहले उसी सीट पर था... और चमत्कारिक रूप से बच गया था।”
“मेरी यादें ताजा हो गईं”: रुआंगसाक
अपने अनुभव साझा करते हुए रुआंगसाक ने लिखा, “मैंने उस हादसे के बाद 10 साल तक हवाई यात्रा नहीं की थी। भावनात्मक रूप से मैं टूट गया था। अब जब भारत में फिर वही सीट और वही किस्मत देखी — मैं स्तब्ध रह गया।” उन्होंने आगे लिखा कि यह खबर पढ़कर उन्हें 1998 की अपनी दुर्घटना की पीड़ा फिर से महसूस हुई।
कौन हैं विश्वास कुमार रमेश?
ब्रिटेन निवासी भारतीय मूल के रमेश, अहमदाबाद हादसे में विमान से नीचे गिर पड़े थे, लेकिन गंभीर चोटों के बावजूद खुद चलकर एंबुलेंस तक पहुंचे। डॉक्टरों ने बताया कि वह उस वक्त दर्द में और भ्रमित थे, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अस्पताल जाकर रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
और भी बचे हैं ऐसे चमत्कारिक हादसों से
1985, अमेरिका के नेवादा में हुए एक और विमान हादसे में जॉर्ज लैमसन जूनियर इकलौते जीवित बचे व्यक्ति थे। उन्होंने इस भारतीय हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा — "जो लोग ऐसे हादसों से गुजरते हैं, वे पूरी उम्र उन क्षणों को नहीं भूलते।"
क्या 11A सिर्फ एक सीट है, या कोई रहस्यमयी संयोग?
ऐसे दो हादसे... अलग-अलग देश... अलग दशक... लेकिन एक कॉमन फैक्टर — सीट 11A। क्या यह महज संयोग है? या वाकई कुछ रहस्यमयी इशारा? सोशल मीडिया पर इस नंबर को लेकर चर्चाएं तेज हैं, लेकिन फिलहाल एक बात तो साफ है — कभी-कभी सिर्फ एक सीट आपकी किस्मत बन जाती है।
MA
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