बड़ी ख़बर : IndiGo की उड़ानों पर 'ब्रेक' के बाद DGCA का बड़ा कदम! वापस लिया रोस्टर को लेकर अपना आदेश
Babushahi Bureau
नई दिल्ली, 5 दिसंबर, 2025 : देशभर में इंडिगो (IndiGo) एयरलाइंस की उड़ानों के रद्द होने और भारी देरी से मचे हाहाकार के बीच नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने तत्काल प्रभाव से एक बड़ा कदम उठाया है। डीजीसीए ने क्रू रोस्टरिंग (Crew Rostering) से जुड़े अपने उस सख्त आदेश को वापस ले लिया है, जो एयरलाइंस के लिए गले की फांस बन गया था।
दरअसल, डीजीसीए ने हाल ही में एक प्रावधान लागू किया था, जिसके तहत निर्देश दिया गया था कि "साप्ताहिक आराम (Weekly Rest) के बदले कोई भी छुट्टी (Leave) प्रतिस्थापित नहीं की जाएगी।" आसान शब्दों में इसका मतलब यह था कि अगर किसी क्रू मेंबर का वीकली रेस्ट है, तो एयरलाइन उस दिन को किसी और छुट्टी (जैसे कैजुअल लीव) में नहीं बदल सकती थी। इस सख्ती के कारण एयरलाइंस के लिए स्टाफ का सही रोस्टर बनाना मुश्किल हो गया था और क्रू की कमी से उड़ानें रद्द हो रही थीं।
डीजीसीए ने समीक्षा के बाद इस आदेश को वापस ले लिया है, जिससे एयरलाइंस को स्टाफ मैनेज करने में लचीलापन मिलेगा।
क्यों लेना पड़ा यू-टर्न?
डीजीसीए ने स्पष्ट किया है कि कई एयरलाइंस लगातार शिकायत कर रही थीं कि यह नियम उनकी परिचालन क्षमता (Operational Efficiency) को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानों के प्रभावित होने और यात्रियों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए ऑपरेशन की निरंतरता बनाए रखने के लिए यह फैसला जरूरी हो गया था।
इंडिगो ने एफडीटीएल को ठहराया था जिम्मेदार
इंडिगो एयरलाइन ने अपनी बदहाली के लिए खराब मौसम और तकनीकी खराबी के साथ-साथ नए एफडीटीएल (FDTL) नियमों को जिम्मेदार ठहराया था। कंपनी का तर्क था कि 1 नवंबर से लागू हुए इन नियमों, जिनमें पायलटों के आराम का समय बढ़ाया गया है, की वजह से स्टाफ की कमी हो गई है। हालांकि, 'फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स' (FIP) ने इस दलील को खारिज करते हुए कहा था कि अन्य एयरलाइंस पर इसका असर नहीं है, यह इंडिगो की अपनी गलत नीतियों का नतीजा है।
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