CGC लांडरां के सीईसी और सीबीएसए को क्यूएस आई - गेज द्वारा रेटिंग प्राप्त हुई जिसके अंतर्गत उन्हें 2025-26 के लिए ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस’ की मान्यता से सम्मानित किया गया
चंडीगढ़
सीजीसी लांडरां ने हाल ही में हुए क्यूएस-गेज इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस 2025–26 कॉन्क्लेव में भाग लिया। नई दिल्ली में हुए इस इवेंट की थीम थी ' री-एनवीज़निंग वेल बीइंग इन इंडियन हायर एजुकेशन थरु पीपल-फर्स्ट कैंपस। इस कॉन्क्लेव में पूरे भारत से हायर एजुकेशन लीडर्स और इंस्टिट्यूशनल स्टेकहोल्डर्स एकत्रित हुए। सीजीसी लांडरां के दो कोंस्टीटूएंट संस्थान-चंडीगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज (सीईसी) और चंडीगढ़ बिज़नेस स्कूल ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन (सीबीएसए ) को क्यूएस आई - गेज इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस फ्रेमवर्क के अंतर्गत स्वतंत्र रूप से मूल्यांकित किया गया और उन्हें 2025-26 साइकिल के लिए इंस्टीट्यूशन ऑफ़ हैप्पीनेस रिकग्निशन से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थानों का प्रतिनिधित्व डॉ. राजदीप सिंह, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां , प्रोफेसर सचिन मजीठिया तथा डॉ. रामनदीप सैनी, डायरेक्टर प्रिंसिपल, सीबीएसए, सीजीसी लांडरां ,ने किया। क्यूएस आई - गेज इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस का असेसमेंट देशभर के 5,00,000 से अधिक स्टेकहोल्डर से प्राप्त फीडबैक पर आधारित है। यह मूल्यांकन संस्थानों को कई मापदंडों पर परखता है, जिनमें कैंपस वेल बीइंग, इन्क्लूसिविटी, अकादमिक सपोर्ट और इंस्टीटूशनल कल्चर शामिल हैं। इस मूल्यांकन से प्राप्त परिणाम, संस्थानों को व्यावहारिक और कार्यान्वयन योग्य सुझाव प्रदान करते हैं, जिससे वे छात्रों और कर्मचारियों के लिए इंगेजमेंट, सपोर्ट सिस्टम्स तथा कैंपस प्रैक्टिसेज को और अधिक सुदृढ़ बना सकें। इस रेकग्निशन को प्राप्त कर, डॉ. राजदीप सिंह, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरां ने कहा, “क्यूएस आई - गेज इंस्टीट्यूशन ऑफ हैप्पीनेस की रेटिंग संस्थागत गुणवत्ता के रूप में कल्याण की भूमिका को दर्शाती है। सीजीसी लांडरां अपने सभी संस्थानों में लर्निंग सेंट्रिक और सहयोगी शैक्षणिक वातावरण को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।” यह रेटिंग और मान्यता सीजीसी लांडरां द्वारा अपनी शैक्षणिक समुदाय के भीतर समग्र विकास और संरचित कल्याण पहलों पर निरंतर दिए जा रहे जोर को और अधिक सुदृढ़ करती है।
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