चंडीगढ़ में राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी से हरियाणा की सियासत में हलचल
11 बीजेपी, 1 कांग्रेस विधायक हुए शामिल, सियासी नफे-नुकसान पर चर्चाएं तेज
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 2 जुलाई 2025।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की डिनर डिप्लोमेसी एक बार फिर हरियाणा की राजनीति में सुर्खियों में है। 18 जून को चंडीगढ़ स्थित उनकी बेटी और राज्य की कैबिनेट मंत्री आरती राव के सरकारी आवास पर आयोजित डिनर में दक्षिणी हरियाणा के 11 बीजेपी और 1 कांग्रेस विधायक शामिल हुए। इस मुलाकात ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
हालांकि, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने इस आयोजन को सामान्य बताया और कहा कि उन्हें इस डिनर की कोई जानकारी नहीं थी, और न ही उन्हें आमंत्रण मिला। उन्होंने कहा, "डिनर देना कोई असामान्य बात नहीं, केंद्रीय मंत्री होने के नाते राव इंद्रजीत का विधायकों को आमंत्रित करना स्वाभाविक है।"
? राजनीतिक मायने और चर्चाएं
इस डिनर को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। विश्लेषक इसे राव इंद्रजीत की शक्ति प्रदर्शन की रणनीति मान रहे हैं, खासकर तब जब हाल ही में उन्होंने 15 जून को रेवाड़ी की धन्यवाद रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को स्पष्ट शब्दों में कहा था कि "हमने सरकार बनाई है, हमारा हक बनता है, काम होना चाहिए।"
डिनर के बाद राव इंद्रजीत का एक पॉडकास्ट इंटरव्यू सामने आया जिसमें उन्होंने हरियाणा की मौजूदा सत्ता व्यवस्था पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में अब भी मनोहर सरकार के अधिकारी हावी हैं। साथ ही, खुद को कैबिनेट के बजाय राज्यमंत्री बनाए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की।
? डिनर डिप्लोमेसी की पुरानी परंपरा
राव इंद्रजीत इससे पहले भी अपनी डिनर डिप्लोमेसी से सियासी दबाव बनाने का प्रयास करते रहे हैं।
2015: उन्होंने अहीरवाल के विधायकों और सांसदों के लिए डिनर रखा लेकिन राव नरबीर को आमंत्रित नहीं किया।
2021: रामपुरा हाउस में बड़े स्तर पर डिनर आयोजित कर राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया, जब उनके विकल्प की चर्चा शुरू हुई थी।
? सियासी समीकरण और संभावित संदेश
राव परिवार हरियाणा का एकमात्र ऐसा परिवार है जिसके पास एक साथ केंद्र और राज्य में मंत्री पद हैं—राव इंद्रजीत केंद्र में राज्य मंत्री हैं, जबकि बेटी आरती राव हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री। यह स्थिति भाजपा की "एक व्यक्ति, एक पद" नीति के विपरीत नजर आती है, जिससे भीतरखाने असंतोष की अटकलें भी जुड़ी हुई हैं।
दक्षिण हरियाणा में भाजपा की पकड़ राव इंद्रजीत की बदौलत मजबूत रही है। 2024 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इस क्षेत्र से 17 सीटें जीती थीं। यही कारण है कि राव की यह डिनर डिप्लोमेसी न केवल शक्ति प्रदर्शन मानी जा रही है, बल्कि संभावित सियासी रणनीति की एक बुनियाद भी समझी जा रही है।
राव इंद्रजीत सिंह की डिनर डिप्लोमेसी महज एक सामाजिक भोज नहीं, बल्कि हरियाणा की सत्ता में हिस्सेदारी और दक्षिण हरियाणा की राजनीतिक ताकत का संकेत है। आने वाले दिनों में भाजपा के भीतर समीकरण कैसे बदलते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →