हरियाणा के पानी पर सियासी संग्राम: इनेलो ने पंजाब सरकार और केंद्र पर साधा निशाना, सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता
हरियाणा का पानी का मामला चढ़ गया राजनीति की भेंट: रामपाल माजरा
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 5 मई। हरियाणा को भाखड़ा डैम से 9 हजार क्यूसिक पानी न मिलने और पंजाब सरकार द्वारा डैम के गेट पर ताले लगाने को लेकर इनेलो पार्टी ने आज अंबाला जोन के सात जिलों में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकालते हुए प्रदेशभर में आक्रोश व्यक्त किया और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन की अगुवाई प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा, विधायक अदित्य देवीलाल, महिला विंग प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला, प्रधान महासचिव प्रकाश भारती सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने की। कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, पानीपत, करनाल और पंचकूला में अलग-अलग प्रदर्शन हुए।
रामपाल माजरा ने आरोप लगाया कि, “हरियाणा का पानी राजनीतिक साजिश का शिकार हो गया है। पंजाब सरकार ने संघीय ढांचे का उल्लंघन कर तानाशाही रवैया अपनाया है और केंद्र सरकार भी चुपचाप तमाशा देख रही है।” उन्होंने भगवंत मान के खिलाफ गैरकानूनी कार्यों के लिए मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
विधायक अदित्य देवीलाल ने केंद्र और पंजाब सरकार पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा, “बीबीएमबी से हरियाणा के सदस्य को हटाना और चार साल तक चुप्पी साधे रहना जल संकट को जन्म देने वाली साजिश का हिस्सा है।”
शेर सिंह बडशामी ने इसे आम आदमी पार्टी की चुनावी हार की बौखलाहट बताया, जबकि प्रकाश भारती ने कहा कि “भगवंत मान ने अपनी हार की खीझ पानी पर निकाली है।”
पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने चेतावनी दी कि अगर जल्द हरियाणा को पानी नहीं मिला, तो इससे बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। सुनैना चौटाला ने राज्य सरकार की विफलता को लेकर कहा, “बीजेपी सरकार हरियाणा का हक नहीं दिला पाई है, इनेलो पार्टी पानी की लड़ाई को जनआंदोलन में बदलेगी।”
इनेलो का यह विरोध प्रदर्शन 6 मई को हिसार जोन के 7 जिलों और 7 मई को गुरुग्राम जोन के 8 जिलों में भी जारी रहेगा, जहां पार्टी नेतृत्व उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपेगा।
हरियाणा के जल संकट को लेकर इनेलो ने सरकारों पर गहरी साजिश का आरोप लगाया है और आंदोलन को व्यापक रूप देने की चेतावनी दी है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा प्रदेश की राजनीति का केंद्र बन सकता है।
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