हरियाणा बनेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का राष्ट्रीय हब, एचएआईडीपी परियोजना को मिली कैबिनेट मंजूरी
474.39 करोड़ की लागत से गुरुग्राम और पंचकूला में बनेंगे अत्याधुनिक एआई सेंटर, विश्व बैंक से सहयोग
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 5 मई 2025 — हरियाणा सरकार ने राज्य को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में देश का अगुआ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में आज हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में हरियाणा एआई विकास परियोजना (HAIDP) को वर्ष 2025-2028 तक लागू करने की मंजूरी दी गई। इस परियोजना पर 474.39 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है, जिसमें विश्व बैंक और हरियाणा सरकार का 70:30 का वित्तीय सहयोग शामिल होगा।
गुरुग्राम और पंचकूला बनेंगे एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के केंद्र
एचएआईडीपी के तहत:
यह दोनों केंद्र एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के क्षेत्र में प्रशिक्षण, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देंगे।
50,000 से अधिक युवाओं को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण
परियोजना के अंतर्गत:
-
50,000 से अधिक पेशेवरों को एआई, एमएल और डेटा साइंस में प्रशिक्षित किया जाएगा।
-
एआई आधारित पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और डिजिटल गवर्नेंस को प्रोत्साहित किया जाएगा।
-
स्टार्टअप्स और अनुसंधान परियोजनाओं को इनक्यूबेशन, मेंटरिंग और कंप्यूटिंग संसाधनों के माध्यम से सहयोग मिलेगा।
PforR मॉडल के तहत होगा फंड वितरण
यह परियोजना Program-for-Results (PforR) वित्तपोषण मॉडल अपनाएगी, जिसमें फंड Delivery-Linked Indicators (DLI) की प्राप्ति पर निर्भर होंगे। इन्हें स्वतंत्र एजेंसी द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
परियोजना संचालन के लिए एसपीवी का गठन
-
कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत एक विशेष प्रयोजन संस्था (SPV) की स्थापना की जाएगी।
-
यह SPV गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में कार्य करेगी और मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव इसके अध्यक्ष होंगे।
-
HARTRON इस SPV की नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी।
यह परियोजना हरियाणा को न केवल तकनीकी रूप से उन्नत राज्य के रूप में स्थापित करेगी, बल्कि युवाओं को रोज़गार के नए अवसर भी प्रदान करेगी और स्टार्टअप्स तथा नवाचारों को पंख देगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →