पंचकूला के मौली गांव में जातीय विवाद के बाद अलर्ट पर पुलिस प्रशासन
डीसीपी की चेतावनी: सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
आशीष नामक युवक गिरफ्तार, गांव में भारी पुलिस बल तैनात, सोशल मीडिया पर 24 घंटे नजर
रमेश गोयत
पंचकूला, 5 मई 2025: पंचकूला के मौली गांव में हाल ही में हुए जातीय विवाद के बाद जिला पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। डीसीपी पंचकूला ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जातीय द्वेष फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, और सोशल मीडिया पर भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जातीय टिप्पणी करने वाले युवक की गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना रायपुररानी में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और आशीष पुत्र रामरतन (निवासी खंटोली, जिला पंचकूला, उम्र 21 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि आरोपी ने सोशल मीडिया पर जातिसूचक और भड़काऊ सामग्री साझा की थी। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353(1), 353(2), और 79 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उसके मोबाइल फोन की गहराई से जांच कर रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आपत्तिजनक सामग्री किस प्लेटफॉर्म पर, कब और कैसे साझा की गई।
गांव मौली में हाई अलर्ट, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए गांव मौली में विशेष नियंत्रण केंद्र स्थापित किया गया है। यहां से 17 सीसीटीवी कैमरों और 5 बॉडी वॉर्न कैमरों के माध्यम से गांव की गतिविधियों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। इसके अलावा,
120 पुलिसकर्मी दंगा नियंत्रण उपकरणों सहित तैनात किए गए हैं,
5 चेक नाके बनाए गए हैं,
और टीयर गैस यूनिट को भी तैयार रखा गया है।
सोशल मीडिया पर सतत निगरानी
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली हर संदिग्ध पोस्ट पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। विशेष तकनीकी टीमें सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, मैसेज, और पोस्ट को ट्रैक कर रही हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों, वीडियो के माध्यम से भावनाएं भड़काने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
डीसीपी की चेतावनी और अपील
डीसीपी पंचकूला ने कहा, "पुलिस किसी जाति या समुदाय का पक्ष नहीं लेती, कानून सभी के लिए समान है। यदि कोई व्यक्ति समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसे कड़ी सजा भुगतनी होगी। सोशल मीडिया पर नजर है—किसी को भी माफ नहीं किया जाएगा।"
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस प्रशासन ने यह भी कहा है कि समाज में सौहार्द बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और पुलिस इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
गांव मौली में हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। एक विशेष एसआईटी जांच कर रही है और दोषियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलाई जाएगी। पंचकूला पुलिस ने दोहराया है कि सामाजिक शांति और सौहार्द बिगाड़ने वालों के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।
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