अब स्कूल में Uniform सिर्फ बच्चे ही नहीं! Teachers भी डालेंगे, लागू हुआ Dress Code - कौन क्या पहनेगा, जानिए
Babushahi Bureau
चंडीगढ़ | सरकारी स्कूलों में शिक्षा अब सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अब शिक्षक भी ड्रेस कोड में नजर आएंगे। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्रिंसिपलों के लिए ड्रेस कोड लागू करने का आदेश जारी कर दिया है, जो 20 जुलाई, 2025 से प्रभावी होगा।
ड्रेस कोड का उद्देश्य न सिर्फ पेशेवर छवि को बढ़ाना है, बल्कि स्कूलों में अनुशासन और समानता का माहौल भी कायम करना है। इसके साथ ही चंडीगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य/केंद्र शासित प्रदेश बन गया है।
क्या है नए ड्रेस कोड का नियम?
महिला शिक्षकों के लिए:
1. हर सोमवार को गहरे रंग के दुपट्टे के साथ आइवरी रंग का फुल सूट या
2. बेज/गोल्डन बॉर्डर वाली आइवरी साड़ी और ब्लाउज
पुरुष शिक्षकों के लिए:
1. फॉर्मल शर्ट,
2. सफेद या ग्रे पैंट
महिला प्रधानाचार्य:
1. सुनहरे या बेज बॉर्डर के साथ मैरून साड़ी और मैरून ब्लाउज या
2. सुनहरे/बेज दुपट्टे के साथ सादा मैरून सूट
पुरुष प्रधानाचार्य:
1. फॉर्मल शर्ट और सफेद/ग्रे पैंट
ड्रेस पहनना अनिवार्य होगा हर सोमवार और विशेष आयोजनों के दिन
ड्रेस कोड क्यों लाया गया?
शिक्षा निदेशक हरसुहिंदर बराड़ ने बताया कि यह कदम स्कूलों में पेशेवर माहौल, समानता की भावना और अनुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है। ड्रेस कोड से शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार लाने और छात्रों के लिए आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करने की उम्मीद की जा रही है।
चपरासी और अन्य स्टाफ की भी बदलेगी यूनिफॉर्म
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राजन जैन ने जानकारी दी कि जल्द ही स्कूलों में चपरासी और अन्य कर्मचारियों की वर्दी को लेकर भी अलग दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
क्या कहता है शिक्षा विभाग?
यह केवल कपड़ों का बदलाव नहीं, बल्कि शिक्षकों की पहचान, स्कूल की एकरूपता और सकारात्मक वातावरण की ओर एक मजबूत क़दम है।"
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