चरखी दादरी का लाल देश पर हुआ कुर्बान, शहीद अमित सांगवान को नम आंखों से अंतिम विदाई
बाबूशाही ब्यूरो
चरखी दादरी, 6 मई: जम्मू-कश्मीर के रामबन में हुए दर्दनाक हादसे में शहीद हुए जवान अमित सांगवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव सारंगपुर पहुंचा। गांव का माहौल शोक में डूब गया, लेकिन साथ ही शहीद के सम्मान में “अमित सांगवान अमर रहें” के गगनभेदी नारों से आसमान गूंज उठा। राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई, जहां उनकी बहन सीमा ने मुखाग्नि दी।
जवान की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों ग्रामीणों, भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, दादरी विधायक की पत्नी सुनीता सांगवान, और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। पुलिस के जवानों ने हवा में फायर कर सलामी दी। पूरा गांव नम आंखों से अपने लाल को विदाई देता रहा।
सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा, “अमित की शहादत पर पूरे देश को गर्व है। शहीदों के बलिदान के कारण ही हम आज सुरक्षित हैं।” वहीं सुनीता सांगवान ने कहा, “मेरे दोनों बच्चे सेना में हैं, और एक मां ही शहादत के दर्द को समझ सकती है।”
मां की आंखों में गर्व और ग़म दोनों
शहीद अमित सांगवान अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी मां कृष्णा देवी ने कहा, “मेरा बेटा देश के लिए पैदा हुआ था। उसने मेरे दूध की लाज रखी। उसकी शहादत पर मुझे गर्व है।” मां की बात सुनकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं।
सेना की गाड़ी खाई में गिरने से हुआ हादसा
घटना दो दिन पहले रामबन जिले में हुई, जहां सेना का वाहन गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे में कई जवान शहीद हो गए, जिनमें अमित सांगवान भी शामिल थे। जैसे ही शहादत की खबर गांव पहुंची, पूरे सारंगपुर में मातम छा गया।
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