HPSC चेयरमैन को हटाने और आयोग को भंग करने की मांग उठी: अभय सिंह चौटाला का बड़ा बयान
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 7 जुलाई – हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रेस को संबोधित करते हुए एचपीएससी चेयरमैन आलोक वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने मांग की कि चेयरमैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर तुरंत बर्खास्त किया जाए, साथ ही एचपीएससी को भंग किया जाए।
भूगोल असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा में धांधली के आरोप
अभय चौटाला ने कहा कि हाल ही में आयोजित भूगोल असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा की आंसर-की में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। चौटाला के अनुसार:
- आयोग ने जारी की गई आंसर-की में 6 प्रश्नों के उत्तर रिवाइज कर बदले, और कई प्रश्न हटा दिए गए।
- परीक्षा में 32 प्रश्न बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के भूगोल पेपर से हूबहू लिए गए।
- पेपरों की सीलें टूटी पाई गईं, और कई प्रश्नों के उत्तर गलत बताए गए।
चेयरमैन पर जातीय व क्षेत्रीय पक्षपात का आरोप
चौटाला ने एचपीएससी चेयरमैन आलोक वर्मा पर बिहार और उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया और इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के योग्य युवाओं को असिस्टेंट प्रोफेसर बनने से वंचित कर भ्रष्टाचार के जरिए बाहर के लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
भाजपा सरकार पर भी साधा निशाना
अभय चौटाला ने भाजपा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “बिना पर्ची-बिना खर्ची” की बात करने वाली सरकार के राज में भर्ती के लिए लाखों रुपये लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “यह सारा खेल सरकार की सहमति से चल रहा है और भ्रष्टाचार चरम पर है।”
सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवाज को अनसुना कर रही सरकार
चौटाला ने कहा कि प्रदेश के कई सामाजिक कार्यकर्ता व एक्टिविस्ट एचपीएससी और भाजपा सरकार की धांधलियों को लगातार उजागर कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी आवाज को नजरअंदाज कर रही है।
इनेलो की यह मांग अब प्रदेश की राजनीति में एक नया बवाल खड़ा कर सकती है। विपक्षी दलों की एकजुटता और युवाओं में बढ़ते असंतोष को देखते हुए सरकार पर कार्रवाई का दबाव बढ़ सकता है।
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